द इंडिया प्लस विशेष
जानिए, पंचदिवसीय महालक्ष्मी महोत्सव की तिथियों, मुहूर्तों और साधनाओं का मानव जीवन में क्या है महत्व?
श्रीमहालक्ष्मी महोत्सव के पांच दिनों में धनत्रयोदशी अर्थात धनतेरस, रूप चतुर्थी अर्थात श्रीमंगल सुरक्षा साधना, दीपावली अर्थात श्रीअष्टलक्ष्मी...
संतान की रक्षा एवं दीर्घायु के लिए माताएं करती हैं अहोई अष्टमी व्रत
कार्तिक मास में कृष्णपक्ष की अष्टमी को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस साल यह व्रत 21 अक्टूबर को रखा जा हा है। अहोई अष्टमी के...
महाराजा अग्रसेन जयंती पर 501 थालियों से की गई महाआरती, हरियाणा के कुंडली में चल रहा हैं भव्य मंदिर के निर्माण का काम
महाराजा अग्रसेन जी की जयंती कार्यक्रम में अग्रकेसरी महाकुटुंब ट्रस्ट से जुड़े सदस्यों ने सामूहिक तौर पर 501 थालियों से महाराजा अग्रसेन...
माँ सिद्धिदात्री की साधना से अष्टसिद्धियों एवं नवनिधियों की होती है प्राप्ति
देवतागण, ऋषि-मुनि, असुर, नाग एवं मनुष्य सभी माँ के भक्त हैं। देवी की भक्ति जो भी हृदय से करता है,माँ उसी पर अपना स्नेह लुटाती हैं।...
माँ कात्यायनी की भक्ति से चारों पुरुषार्थों अर्थ, धर्म, काम एवं मोक्ष की होती है प्राप्ति
महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इनकी पूजा की। इसी कारण से यह कात्यायनी कहलाईं। माँ कात्यायनी स्वरूप अत्यंत भव्य और दिव्य है। ये स्वर्ण...
यशस्विनी एवं शुभदायिनी देवी हैं स्कंदमाता
नवरात्र के पांचवे दिन देवताओं के सेनापति कुमार कार्तिकेय की माता की पूजा होती है। सिंह के आसन पर विराजमान तथा कमल पुष्प से सुशोभित...
माँ कूष्मांडा की शरणागति से परमपद की होती है प्राप्ति!
माँ कूष्मांडा संपूर्ण फलदात्री हैं। माँ की आराधना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं। इनकी भक्ति से आयु, यश एवं बल में वृद्धि...
माँ चंद्रघंटा अपने साधकों को सुख-संपन्नता, ऐश्वर्य-कीर्ति एवं सुखी गृहस्थ जीवन का देती हैं वरदान
माँ चन्द्रघंटा की कृपा से साधक के समस्त पाप और बाधाएं विनष्ट हो जाती हैं। इनकी अराधना से साधक में वीरता-निर्भरता के साथ ही सौम्यता...