IGIMS व एम्स में कोरोना से ज्यादा आए ब्लैक फंगस के मरीज, ऑपरेशन के बाद भयानक हो जा रहा पीड़ितों का चेहरा
पटना में ब्लैक फंगस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को एम्स और आईजीआईएमएस के ओपीडी में कोरोना संक्रमितों से ज्यादा संख्या में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज पहुंचे। एम्स में कोरोना के 18 जबकि आईजीआईएमएस में 21 कोरोना संक्रमित भर्ती हुए। वहीं ब्लैक फंगस से पीड़ित 66 लोग एम्स और 50 लोग आईजीआईएमएस में जांच कराने पहुंचे। आईजीआईएमएस में दो फंगस संक्रमितों की मौत भी इलाज के दौरान हो गई।
आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि मंगलवार को आए 50 फंगस संक्रमितों में से 19 को भर्ती किया गया। इनमें से 14 कोरोना निगेटिव जबकि पांच कोरोना पॉजिटिव थे। अब फंगस वार्ड के कुल 100 बेड में से 99 पर मरीज भर्ती हो गए हैं। ओपीडी में आए अन्य 31 मरीजों की जांच की गई है। इसकी रिपोर्ट बुधवार को आएगी। एम्स पटना में जांच के लिए आए 66 लोगों में से सात लोगों को फंगस वार्ड में भर्ती किया गया। शेष 59 लोगों को जांच कराने की सलाह दी गई है। उनमें से कई हल्के लक्षण वाले को जरूरी सलाह, दवाइयां देकर भेजा गया।
ऑपरेशन के बाद विकृत हो रहा ब्लैक फंगस पीड़ितों का चेहरा
ब्लैक फंगस बीमारी न सिर्फ संक्रमित को भयभीत कर रही है बल्कि उसके इलाज से जुड़े डॉक्टरों को भी विचलित कर रही है। खासकर इसके ऑपरेशन से जुड़े डॉक्टर इसकी भयावहता देख सिहर रहे हैं। आईजीआईएमएस के डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा, एम्स की डॉ. क्रांति भावना, रूबन के डॉ. सत्यजीत सिंह समेत कई चिकित्सक इसे काफी जटिल बीमारी बता रहे हैं। उनका कहना है कि जब इसका संक्रमण आंखों और जबड़े तक पहुंच जाता है तो आंख निकालने से लेकर जबड़े के संक्रमित हिस्से को हटाने की कार्रवाई ऑपरेशन द्वारा की जा रही है। अबतक इन अस्पतालों में कई ऐसे संक्रमित पहुंच चुके हैं, जिनकी एक आंख तक निकाली जा चुकी है। नाक की हड्डी, जबड़े को अलग किया गया है। आईजीआईएमएस के नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि मरीज ठीक होने के बाद भी अपना चेहरा वापस नहीं पा सकते। जबड़ा व नाक की हड्डियों के हटने से चेहरे में टेढ़ापन होना तय है। यही नहीं जिनकी एक आंख निकाली जा चुकी हो, उनपर क्या बीतेगी यह अनुमान लगाया जा सकता है। कहा कि यह बीमारी काफी तेजी से बढ़ रही है।
पीएमसीएच में 50 बेड का वार्ड आज से शुरू होगा
बुधवार से पीएमसीएच में भी 50 बेड का फंगस वार्ड शुरू किया जा रहा है। अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर ने बताया कि इसके लिए डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ की अलग टीम की तैनाती होगी।
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