जुमले हैं,वैक्सीन नहीं!, ट्वीट कर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को घेरा तो लोग करने लगे ट्रोल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई राज्यों में कोरोना रोधी टीके की कथित तौर पर कमी होने का हवाला देते हुए बुधवार को केंद्र पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि 'जुमले हैं, टीके नहीं हैं। उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, 'जुमले हैं, वैक्सीन नहीं!' कांग्रेस नेता ने जो खबर साझा की उसमें कहा गया है कि कई राज्यों में टीकों की कमी है, हालांकि केंद्र ने इससे इनकार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने आरोप लगाया कि टीकों की कमी और ईंधन की कीमतों में वृद्धि से भाजपा सरकार जनता के घाव पर नमक रगड़ रही है।
उन्होंने ट्वीट किया, ''टीकाकरण की दर में 60 प्रतिशत की गिरावट आई है और इस सरकार में ईंधन की कीमतों में 63 गुना की बढ़ोतरी हुई है। भाजपा लोगों के घाव पर नमक रगड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। बहरहाल वैक्सीन की कमी को लेकर जब राहुल गांधी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार को घेरा तो ट्विटर पर कई यूजर्स राहुल गांधी को भी ट्रोल करने लगे। ओम प्रकाश श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने लिखा कि 'वैक्सीन कोई प्रशांत किशोर नही हैं,न ! कही से भी किराए पर बुलवा लिए और पार्टी की समस्याएं सुलझा लिए। कल तक वो शरद पवार को राष्ट्रमंच से विपक्ष का चेहरा बना रहे थे। वैक्सीन एक केमिकल उत्पाद है जिसमे नेताओ की सोच से ज्यादा पदार्थ लगते हैं।'
रिया कुमारी नाम की एक यूजर ने लिखा कि कोरोना वैश्विक महामारी भी मोदी विरोधियों के लिए एक नया हथियार बन गया है। उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं। जनता की हिम्मत बढ़ाने की बजाय मोदी विरोध के नाम पर देशवासियों को डराने में ही उन्हें आत्मिक शांति मिल रही है।' आपको बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास टीकों की 1.51 करोड़ खुराक पड़ी है जिनका अभी उपयोग नहीं हो सका है। उसने यह भी कहा कि अब राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टीकों की 39.59 करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जा चुकी है।
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