MP के सीएम ने बताया- गुंडों से छुड़ाए 21000 एकड़ जमीन, गरीबों में बाँटेंगे, ‘दंगों में जो घर जले, उनको मामा बनवाएगा’
उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश सरकार भी अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम कर रही है। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रामनवमी पर खरगोन में हुए दंगों में अपना घर खोने वाले लोगों को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही सीएम ने दो टूक कहा कि पत्थरबाजों और दंगाइयों का पर बुलडोजर चलते रहेंगे। इन्हें राज्य की संपत्तियों को नष्ट करने की कीमत चुकानी पड़ेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर मध्य प्रदेश सरकार भी अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम कर रही है। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रामनवमी पर खरगोन में हुए दंगों में अपना घर खोने वाले लोगों को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही सीएम ने दो टूक कहा कि पत्थरबाजों और दंगाइयों का पर बुलडोजर चलते रहेंगे। इन्हें राज्य की संपत्तियों को नष्ट करने की कीमत चुकानी पड़ेगी।
गुरुवार (14 अप्रैल 2022) को अंबेडकर जयंती के अवसर पर भोपाल स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में सीएम ने दंगों पर बात करते हुए कहा, “गुड फ्राइडे, ईद या फिर हनुमान जयंती हो प्रेम से मनाइए सरकार सभी के साथ है। जिनके घर जलाए गए हैं, उनके घरों को मामा फिर से बनवाएगा, लेकिन जिन्होंने घरों को जलाया है, उनसे इसकी वसूली करूँगा। छोड़ूँगा नहीं।”
माफियाओं और दंगाइयोंपर की जा रही प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में लगातार बुलडोजर चल रहे हैं। अभी तक हमने बुलडोजर के दम पर माफियाओं से 21 हजार एकड़ की जमीनों को मुक्त करा लिया है। सीएम ने कहा, “गुंडों और माफियाओं से मुक्त कराई गई 21 हजार एकड़ जमीन को गरीब लोगों में बाँट दिया जाएगा।”
खरगोन हिंसा को लेकर फर्जी फोटो पोस्ट करने पर उन्होंने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा,”सिंह ने राज्य में धार्मिक अशांति पैदा करने की साजिश रची औऱ प्रदेश में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश की। मेरे राज्य में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश करने वाले किसी को भी मैं माफ नहीं करूँगा।”
इस दौरान उन्होंने ये भी स्पष्ट किया है कि जिस तस्वीर को दिग्विजय सिंह ने शेयर किया था वो मध्य प्रदेश की है ही नहीं। गौरतलब है कि खरगोन हिंसा को हिंदू साम्प्रदायिकता और मुस्लिमों को पीड़ित दिखाने की कोशिशों के तहत दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया था, “क्या तलवार लाठी लेकर धार्मिक स्थल पर झंडा लगाना उचित है। क्या खरगोन प्रशासन ने हथियारों को लेकर जुलूस निकालने की इजाजत दी थी? क्या जिन्होंने पत्थर फेंके चाहे वो जिस भी धर्म के हों, सभी के घर पर बुलडोजर चलेगा? शिवराज जी मत भूलिए.. आपने निष्पक्ष होकर सरकार चलाने की शपथ ली है।” हालाँकि, बाद में कॉन्ग्रेस नेता ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया था।
खरगोन दंगे:
गौरतलब है कि 10 अप्रैल 2022 को खरगोन के तालाब चौक इलाके में शुरू हुई रामनवमी जुलूस में डीजे बजाने को लेकर मुस्लिमों ने विवाद खड़ा किया। इसके बाद तो हिंसा का दौर शुरू हो गया पत्थरबाजी और आगजनी की गई। दंगाइयों ने कई गाड़ियों को जला दिया। उन्मादी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे। इस हिंसा में छह पुलिस कर्मियों समेत कुल 24 लोग घायल हो गए थे।
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