गला दबाकर नहीं,गला लगाकर लगाया जा सकता है ‘जय श्रीराम’ का नारा- मुख्तार अब्बास नकवी
गला दबाकर नहीं,गला लगाकर लगाया जा सकता है ‘जय श्रीराम’ का नारा। किसी से जबरन कोई नारा नहीं बोलवाया जा सकता है। ये बातें केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कही।
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गला दबाकर नहीं,गला लगाकर लगाया जा सकता है ‘जय श्रीराम’ का नारा। किसी से जबरन कोई नारा नहीं बोलवाया जा सकता है। ये बातें केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कही। झारखंड में 24 वर्षीय युवक की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना को ‘जघन्य अपराध' करार देते उन्होंने कहा कि झारखंड की घटना में जो लोग भी शामिल हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हज कोर्डिनेटर, हज असिस्टेंट आदि के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे नकवी संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की घटनाओं के लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं हो सकता। विकास के एजेंडे पर कोई विध्वंसक एजेंडा हावी नहीं होना चाहिए। जय श्रीराम गला दबाकर नहीं, गले लगाकर बोला जा सकता है। नकवी ने कहा कि जो लोग ऐसी वारदात करते हैं, उनका मकसद सरकार के सकारात्मक काम को प्रभावित करना है। कुछ घटनाएं हो रही हैं, उन्हें रुकना चाहिए।
गौरतलब है कि झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के घातकीडीह गांव में पिछले दिनों भीड़ ने तबरेज अंसारी को चोरी के आरोप में कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई की और उससे ‘जय श्रीराम' और ‘जय हनुमान' के नारे लगवाए। बाद में इलाज के दौरान अंसारी की मौत हो गयी।
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