सोनिया गांधी ने JNU की घटना को बताया अत्यंत निराशाजनक और अस्वीकार्य,हिंसा के लिए ने केंद्र सरकार को ठहराया जिम्मेदार
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई हिंसा पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। केंद्र सरकार पर निशाना साधाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि देश के छात्रों और युवाओं की आवाज दबाने की लगातार कोशिश की जा रही है।
सोनिया गांधी ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के संरक्षण में देश के युवाओं की आवाज को दबाकर गुंडों द्वारा हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह अत्यंत ही निराशाजनक और अस्वीकार्य है। रविवार को जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया गया। इसे सरकार के द्वारा लोगों की असहमति की आवाज़ को दबाने के लिए याद किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी जेएनयू हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच शुरू हो गई है, इसलिए फिलहाल इस पर कुछ भी बोलना सही नहीं होगा। लेकिन यह जरूर कहूंगी कि विश्वविद्यालय को राजनीति का अड्डा नहीं बनना चाहिए। न ही छात्रों को राजनीतिक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
इससे पूर्व जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने छात्रों से शांति कायम रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सभी छात्रों द्वारा अकादमिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने की सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि छात्रों का शीतकालीन सत्र का पंजीकरण बिना किसी बाधा के संपन्न होगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को किसी तरह की प्रक्रिया से डरने की जरूरत नहीं है। यूनिवर्सिटी की प्रथम प्राथमिकता हमारे छात्रों के एकेडमिक हितों की रक्षा करना है।
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