देश में नफरत का वायरस अंदर तक चला गया है : सोनिया गांधी
सोनिया गांधी द्वारा अख़बार में लिखे संपादकीय कि 'देश में नफरत का वायरस अंदर तक चला गया है', पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आपको याद करना चाहिए भिवंडी, भागलपुर, मरेठ, 1984 का नरसंहार को.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस अध्यक्ष के इस लेख पर सत्तारूढ़ दल की प्रतिक्रिया आने लगी है. सोनिया गांधी द्वारा अख़बार में लिखे संपादकीय कि 'देश में नफरत का वायरस अंदर तक चला गया है', पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आप नफरत की बात कर रहे हैं. इनकी समस्या है कि वे आज भी ज़मीनी सच्चाई को समझने के लिए तैयार नहीं है.
क्या लिखा है सोनिया गांधी ने:
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के संपादकीय में लिखा है कि पहनावा, भोजन, आस्था आदि को लेकर देश के लोगों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है. देश में नफरत फैलाने वालों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. मौजूदा हालात को लेकर कांग्रेस नेता ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया और कहा कि प्रधानमंत्री एक ओर जहां देश की विविधताओं को स्वीकार करने की बात करते हैं. वहीं दूसरी कड़वी सच्चाई से है कि देश को विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है.
रोजगार बढ़ाना जरूरी : सोनिया गांधी:
अंग्रेजी अखबार में लिखे गये लेख में सोनिया गांधी ने आगे कहा है कि यह अच्छी तरह स्वीकार किया गया है कि हमें उच्च आर्थिक विकास को बनाये रखना चाहिए. ताकि धन का पुनर्वितरण किया जा सके, साथ ही लोगों के जीवन स्तर में सुधार किया जा सके. सबसे ज्यादा जरूरी है कि लोक कल्याण के लिए राजस्व एकत्रित किया जा सके. यही नहीं उन्होंने रोजगार पर भी चिंता जताई. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार बढ़ाना जरूरी है लेकिन देश में ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है.
सोशल मीडिया का जिक्र:
सोनिया गांधी ने आगे कहा है कि सोशल मीडिया में सरकार के विरोध में लिखने पर, विचारों को कुचलने की प्रक्रिया चल रही है. राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है. इसमें राज्य अपनी पूरी मशीनरी लगा दे रही है. सोशल मीडिया को केवल प्रचार करने के लिए उपयोग में लाया जाता है. इसमें केवल झूठ और जहर फैलाने का काम किया जा रहा है.
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