क्या वंदे मातरम को राष्ट्रगान का दर्जा मिल पायेगा?
याचिका बीजेपी प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने दायर की है। इसमें कहा गया है कि वंदे मातरम को समान दर्जा आज तक नहीं मिला। ऐसे में कोर्ट को इस मामले दखल देना चाहिए. साथ ही इसको लेकर नेशनल पॉलिसी बनाने की मांग की गई है।
राष्ट्रगीत (वंदे मातरम) को गाये जाने को लेकर बार- बार विवाद होता रहता है। लेकिन इस बार इसे राष्ट्रीय गान (जन गण मन) की तरह दर्जा देने की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। इसके साथ ही याचिका में कहा गया है कि देश के सभी स्कूलों में प्रतिदिन वंदे मातरम गाने को अनिवार्य बनाया जाए।
इस याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायाधीश सी हरिशंकर की बेंच 23 जुलाई को सुनवाई करेगी।
बता दें कि ये याचिका बीजेपी प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने दायर की है। इसमें कहा गया है कि वंदे मातरम को समान दर्जा आज तक नहीं मिला। ऐसे में कोर्ट को इस मामले दखल देना चाहिए. साथ ही इसको लेकर नेशनल पॉलिसी बनाने की मांग की गई है।
उपाध्याय के अनुसार राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ की तरह वंदे मातरम को लेकर कोई नियम भी नहीं बनाए गए। इसलिए उन्होंने कोर्ट से मांग की है कि वंदे मातरम को देश का राष्ट्रगान घोषित किया जाए। इसको गाने के लिए नियम बनाए जाएं और देश के सभी बच्चों में देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए प्रतिदिन स्कूलों में इसे गाना अनिवार्य किया जाए।
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