Corona Update : नोएडा सेक्टर-8 की झुग्गी में मिले कोरोना के 200 संदिग्ध, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी को क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया
उत्तर प्रदेश के नोएडा में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंगलवार की देर रात भी नोएडा के सेक्टर आठ स्थित झुग्गी में करीब 200 कोरोना संदिग्ध लोग मिले हैं। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सभी संदिग्धों को एहतियातन क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया है।
देशभर में कोरोना का कहर जारी है। तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश के नोएडा में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंगलवार की देर रात भी नोएडा के सेक्टर आठ स्थित झुग्गी में करीब 200 कोरोना संदिग्ध लोग मिले हैं। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सभी संदिग्धों को एहतियातन क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया है।
दरअसल,सेक्टर आठ की झुग्गी में कुछ दिन पहले झारखंड से एक शख्स आया। वो यहां के करीब लोगों से भी मिला। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम को शक है कि उस सख्स के संपर्क में आने से इस इलाके के करीब 200 लोग कोरोना संदिग्ध हो गए हैं। एहतियात बरतते हुए सभी संदिग्धों को एंबुलेंस के जरिए क्वारंटीन सेंटर पहुंचाया गया। अब क्वारंटीन सेंटर में उनकी सघनता से जांच की जा रही है।
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस से प्रभावित व्यक्तियों के उपचार के लिए नोएडा के चार अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएंगे। जिला प्रशासन ने चार निजी अस्पतालों को चिकित्सा संसाधनों सहित अधिग्रहीत किया है। इनमें व्यवस्थाओं के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एपी चतुर्वेदी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि नोएडा के चार निजी अस्पतालों का अधिग्रहण किया गया है। इनमें सुरभि हॉस्पिटल सेक्टर-35, भारद्वाज हॉस्पिटल सेक्टर-29, लाइफ केयर हॉस्पिटल सेक्टर-61 और इंडोगल्फ हॉस्पिटल सेक्टर-19 शामिल हैं। इन अस्पतालों में कोरोना वायरस से प्रभावित व्यक्तियों के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत आइसोलेशन वार्ड के रूप में क्रियाशील करने की जिम्मेदारी मुख्य चिकित्साधिकारी को दी गई है।
चिकित्सा संसाधनों और अन्य व्यवस्था की जिम्मेदारी अस्पताल की होगी। इससे पहले ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इसमें रहने वाले मरीजों के खाने-पीने और स्टाफ की व्यवस्था अस्पताल में की जाएगी। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वह ग्रेटर नोएडा कैलाश अस्पताल के निदेशक एमके गर्ग से संपर्क कर सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराएं।
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