भारत-नेपाल संबंध: डेढ़ साल बाद सील बॉर्डर खुला, दोनो देशों में विधिवत आवाजाही शुरु
लगभग डेढ़ साल बाद भारत और नेपाल के बीच सील किया का बॉर्डर खुल जाने से दोनों देशों के नागरिकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गयी है। कोरोना संक्रमण की वजह से इस भारत नेपाल बॉर्डर को सील कर दिया गया था। मंत्री परिषद की बैठक के बाद नेपाल सरकार ने इसे खोल दिया है। आदेश के सातवें दिन सोमवार की शाम को नेपाल की ओर से बॉर्डर को स्थाई रूप से खोल दिया गया। इधर एसएसबी के मुताबिक भारत से भी नेपाल सीमा पर आवाजाही पर अब कोई रोक नहीं है।
नेपाली अधिकारियों ने की जांच: सील बॉर्डर खुलने से पूर्व सरलाही के सीडीओ राम कुमार महतो, नेपाल प्रहरी एसपी संतोष सिंह राठौर, सीमा प्रहरी एसपी गंगाराम श्रेष्ठ ने बॉर्डर पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। सीडीओ राम कुमार महतो ने बताया कि नेपाल मंत्री परिषद के आदेशानुसार भारतीय क्षेत्र से आम नागरिकों के साथ सभी तरह की आवाजाही को पूर्व की तरह छूट दे दी गई है।
आने जाने वालों के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य: वहीं पटना स्थित एसएसबी के सीमांत मुख्यालय के आईजी पंकज कुमार दराद ने बताया कि भारत की ओर से नेपाल सीमा पर आवाजाही पर कोई रोक नहीं है| एसएसबी यह देख रही है कि आने-जाने वाले कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं या नहीं।
चेक पोस्ट पर तापमान की जांच: पोस्ट पर लोगों के शरीर के तापमान की भी जांच हो रही है। नेपाल जाने या वहां से आने पर भारत में अब कोई रोक नहीं है। दोनों सरकारों के इस निर्णय से दोनों देशों के लोग काफी खुश हैं। बॉर्डर खुल जाने के बाद से दोनों देशों के नागरिकों के आपसी रिश्ते मजबूत होंगे।
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