जानिए,शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह स्थल शिवाजी पार्क को लेकर बांबे हाईकोर्ट ने क्या दी नसीहत?
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने आपत्ति जताई है। कोर्ट ने शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से चिंता व्यक्त की है। बॉम्बेे हाईकोर्ट का कहना है कि सार्वजनिक मैदान में इस तरह के समारोह आयोजित करना एक नियमित परंपरा नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है, तो हर कोई ऐसे समारोहों के लिए पार्कों का उपयोग करना चाहेगा।
महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। देवेंद्र फडणवीस द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के नेतृत्व में उद्धव मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन शपथग्रहण समारोह से पहले बॉम्बे हाईकोर्ट की उद्धव ठाकरे को नसीहत दी है। कोर्ट ने कहा है कि सार्वजनिक मैदानों में समारोह आयोजित करने की परंपरा न बने।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने आपत्ति जताई है। कोर्ट ने शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से चिंता व्यक्त की है। बॉम्बेे हाईकोर्ट का कहना है कि सार्वजनिक मैदान में इस तरह के समारोह आयोजित करना एक नियमित परंपरा नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है, तो हर कोई ऐसे समारोहों के लिए पार्कों का उपयोग करना चाहेगा।
बॉम्बे हाईकोर्ट की जस्टिस एस.सी. धर्माधिकारी और आर.आई. चागला की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि सार्वजनिक मैदान पर इस तरह के समारोह आयोजित करना एक नियमित परंपरा नहीं बनना चाहिए। इसके बाद हर कोई ऐसे समारोहों के लिए जमीन का उपयोग करना चाहेगा।
उद्धव ठाकरे गुरुवार शाम मध्य मुंबई के दादर में स्थित शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र के अगले मुख्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने जा रहे हैं। कोर्ट ने कहा, 'हम कल के शपथ ग्रहण समारोह के बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहते हैं। हम केवल प्रार्थना कर रहे हैं कि इस समारोह के दौरान कोई भी अनहोनी न हो।
अदालत ने कहा, 'आप यानी कि अधिकारियों को सुरक्षा पहलू पर भी विचार करना होगा। आप हर किसी की जान जोखिम में नहीं डाल सकते। कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी के लिए बुधवार शाम ट्रकों में कुर्सियों और बांस जैसी सामग्री को लाया जाएगा। इसका मतलब यह है कि पार्क आज और कल दोनों दिन उपलब्ध नहीं होगा। सार्वजनिक उपयोग के लिए शुक्रवार को ही खुलेगा।'
गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने 2010 में गैर सरकारी संगठन वेकोम ट्रस्ट द्वारा जनहित याचिका दायर किए जाने के बाद क्षेत्र को 'साइलेंस जोन' घोषित कर दिया था। अदालत ने तब कहा था कि कार्यक्रम केवल 6 दिसंबर को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि, 1 मई जब महाराष्ट्र का स्थापना दिवस मनया जाता है तब और 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के मौके पर पर शिवाजी पार्क में कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं।
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