हम मतगणना तब तक होने नहीं देंगे जब तक बनारस के डीएम कमिश्नर नहीं हटेंगे : ओपी राजभर
वाराणसी में ईवीएम को लेकर रार बढ़ती ही जा रही है। समाजवादी पार्टी और सुभासपा ने लखनऊ में चुनाव आयोग को इसे लेकर ज्ञापन सौंपा। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से वाराणसी में ईवीएम में गड़बड़ी और बरेली के स्ट्रांगरूम के बाहर सादे बैलेट पेपर के वीडियो का संज्ञान लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी पर कार्यवाही करने की मांग की है।
वाराणसी में ईवीएम को लेकर रार बढ़ती ही जा रही है। समाजवादी पार्टी और सुभासपा ने लखनऊ में चुनाव आयोग को इसे लेकर ज्ञापन सौंपा। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से वाराणसी में ईवीएम में गड़बड़ी और बरेली के स्ट्रांगरूम के बाहर सादे बैलेट पेपर के वीडियो का संज्ञान लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी पर कार्यवाही करने की मांग की है।
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी और वरिष्ठ नेता केके श्रीवास्तव ने मंगलवार रात अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव तिवारी से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा।
निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात के बाद ओमप्रकाश राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज बनारस में तीन गाड़ियां ईवीएम लेकर निकली। ईवीएम को बोरे से ढका हुआ था। दो गाड़ियां को भाग गईं लेकिन एक गाड़ी को हमारे कार्यकर्ताओं ने रोक लिया। राजभर ने कहा कि चुनाव आयोग की गाइड लाइन है कि स्ट्रांग रूम परिसर से कोई भी ईवीएम निकलती है तो इसके बारे में प्रत्याशी को नोटिस हो, जिलाध्यक्ष को बताया जाए।
इसके अलावा फोर्स के साथ ही ईवीएम को मूव किया जा सकता है। लेकिन चोरी से ईवीएम बदलने की नियत से ऐसा किया गया है। जब तक डीएम और कमिश्नर वहां रहेंगे मतगणना निष्पक्ष नहीं हो सकती है।
राजभऱ ने कहा कि हमने अपनी बात चुनाव आयोग को बता दी है। जब तक दोनों अधिकारियों को हटाया नहीं जाता है हम लोग वहां मतगणना नहीं होनें देंगे।
राजभर ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया है कि हम वैकल्पिक व्यवस्था करेंगे। हम लोगों को अब ये देखना है कि क्या व्यवस्था होती है। हमारा काम है इन्हें बताना और इनका काम है उसे पूरा करने की व्यवस्था करना।
क्या है पूरा मामला
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बनारस में ईवीएम से भरी एक गाड़ी को पकड़ने का दावा किया है। पिकअप वैन को सपा के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया है और पहड़िया मंडी के मुख्य द्वार को बंद कर विरोध प्रदशर्न शुरू कर दिया। दूसरी तरफ, जिला प्रशासन ने कहा है, 'ये चुनाव में इस्तेमाल हुईं ईवीएम नहीं हैं। जो EVM चुनाव में इस्तेमाल हुई थीं, वे सब स्ट्रॉन्ग रूम में CRPF के कब्जे में सील बंद हैं और उसमें CCTV की निगरानी है, जिसे सभी राजनीतिक दलों के लोग देख रहे हैं।' जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश मौके पर पहुंचे और प्रत्याशियों को बुलाकर समझाने की कोशिश की। देर रात प्रेक्षक भी मौके पर पहुंचे लेकिन रात 12 बजे तक बात नहीं बन सकी थी।
ट्रेनिंग के लिए जा रही थी ईवीएम
प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रशिक्षण के लिए EVM मंडी में स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से UP कॉलेज ले जाई जा रही थी, जिसे कुछ राजनीतिक लोगों ने रोककर उसे चुनाव में प्रयुक्त EVM कहकर अफवाह फैलाई है। कल काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की दूसरी ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग के लिए ये मशीन ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती हैं।
सपा ने ईवीएम की निगरानी के लिए प्रभारी नियुक्त किए
सपा ने ईवीएम में धांधली की आशंका को देखते हुए ईवीएम की निगरानी के लिए प्रभारी भी नियुक्त कर दिए हैं। यह सभी जिलों व महानगरों में नियुक्त किए गए हैं। इस संबंध में सभी जिलाध्यक्षों के साथ साथ प्रभारियों को प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पत्र भेजा है।
लखनऊ जिले में एमएलसी उदयवीर सिंह, मैनपुरी के लिए तेज प्रताप यादव, वाराणसी के लिए वासुदेव यादव को तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी जिलों के पदाधिकारियों और प्रत्याशियों को ईवीएम की सुरक्षा के लिए खुद मतगणना स्थल पहुंचने का निर्देश दिया गया है। सपा प्रमुख के निर्देश पर कई जिलों में प्रत्याशियों ने खुद स्ट्रांग रूम के बाहर डेरा डाल दिया है।
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