आखिर क्यों रेलवे प्लास्टिक की थैली पर लगाएगा रोक और IRCTC पानी की बोतल लेगा वापस?

रेलवे ने एक बार इस्तेमाल होने वाले यानी सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाने का फैसला किया है। मंत्रालय ने सभी वेंडर और स्टाफ को दोबारा इस्तेमाल किए जाने वाले प्लास्टिक का प्रयोग करने के लिए कहा है। पूरे देश में 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती से प्लास्टिक के इस्तेमाल को बंद करने का संकल्प लिया जाएगा।

आखिर क्यों रेलवे प्लास्टिक की थैली पर लगाएगा रोक और IRCTC पानी की बोतल लेगा वापस?
Pic of Plastic Ban Railways
आखिर क्यों रेलवे प्लास्टिक की थैली पर लगाएगा रोक और IRCTC पानी की बोतल लेगा वापस?
आखिर क्यों रेलवे प्लास्टिक की थैली पर लगाएगा रोक और IRCTC पानी की बोतल लेगा वापस?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के‘नो प्लास्टिक’अभियान में शामिल होते हुए रेलवे ने एक बार इस्तेमाल होने वाले यानी सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाने का फैसला किया है। मंत्रालय ने सभी वेंडर और स्टाफ को दोबारा इस्तेमाल किए जाने वाले प्लास्टिक का प्रयोग करने के लिए कहा है। पूरे देश में 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती से प्लास्टिक के इस्तेमाल को बंद करने का संकल्प लिया जाएगा। इसी दिन से ‘प्लास्टिक फ्री रेलवे’ अभियान भी शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही रेलवे यात्रियों को प्लास्टिक के प्रयोग को किस तरह न करें इसके लिए जागरूक भी करेगा।

रेल मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि भारतीय रेलवे के सभी वेंडरों और कर्मचारियों को प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए तथा दोबारा इस्तेमाल वाले थैलों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। रेल मंत्रालय ने सभी रेलवे इकाइयों को दो अक्टूबर 2019 से 50 माइक्रॉन से कम मोटाई की एकल-उपयोग वाली प्लास्टिक सामग्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश भी दिया है।

प्लास्टिक कचरे के उत्पादन को कम करने और पर्यावरण अनुकूल ढंग से इसे निपटान के लिए भी आवश्यक व्यवस्था करने पर जोर दिया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि निर्माता की जिम्मेदारी के तौर पर आईआरसीटीसी को पानी की प्लास्टिक बोतलों को वापस लेने की प्रक्रिया को लागू करने के लिए कहा गया है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से देश में ‘नो प्लास्टिक’ का आह्वान किया था। अपने भाषण में प्लास्टिक बैग का उपयोग नहीं करने और इससे दूर रहने का आग्रह भी किया था। इसके बाद से ही प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ पूरे देश में अभियान शुरू हो गया है। चाहे संसद भवन परिसर हो या फिर भारतीय रेलवे अब ‘प्लास्टिक से मुक्त’ होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी केंद्रीय स्कूलों और नवोदय विद्यालयों में एक बार इस्तेमाल होने प्लास्टिक पर रोक लगा दी है।