कश्मीर की ‘जासिया’ रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़कर बढ़ी आगे

यदि आप जीवन में कुछ करने की ठान लें और उसके लिए पूरी शिद्दत से लगे रहेंगे तो तय है कि एक न एक दिन जरूर ही आप सफल हो जाएंगे। इन्हीं में से एक 28 साल की जासिया ने रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ते हुए अपनी मुश्किलों पर भी जीत पाई है।

कश्मीर की ‘जासिया’ रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़कर बढ़ी आगे
Jasia

यदि आप जीवन में कुछ करने की ठान लें और उसके लिए पूरी शिद्दत से लगे रहेंगे तो तय है कि एक न एक दिन जरूर ही आप सफल हो जाएंगे। इन्हीं में से एक 28 साल की जासिया ने रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ते हुए अपनी मुश्किलों पर भी जीत पाई है।

जासिया महिला 20-20 चैलेंज में भारत की टीम का हिस्सा बनी है। और वह कश्मीर से महिला क्रिकेट टीम में शामिल होने वाली पहली महिला है। वह जयपुर में होने वाले महिला 20-20 में खेल रही है। 

मध्यम वर्ग की जासिया आर्थिक व अन्य परेशानी के बाद भी रोजाना प्रैक्टिस करती रही और यूट्यूब से देख-देख कर वो खेल के नए पैंतरे भी सीखती रही। जासिया सचिन तेंडुलकर की फैन है।

जासिया उस समय सुर्खियों में आयी जब उसने 2013 में बरारीपुरा में लगातार दो शतक लगाए थे। इसके बाद वो जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेने के बाद पंजाब क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गई।