भाजपा को परेशान करने के लिए ममता बनर्जी ने प्रशासन को खुला छोड़ रखा है - कैलाश विजयवर्गीय

कोलकाता में अमित शाह जी की रैली में अड़ंगेबाजी, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने भाजपा को परेशान करने के लिए प्रशासन को खुला छोड़ रखा है। अमित शाह जी की रैली में अड़चन डालने के लिए लाऊडस्पीकर को पुलिस ने मुद्दा बना लिया है। ये चुनावी आचार संहिता है या ममता सरकार की हठधर्मी?

भाजपा को परेशान करने के लिए ममता बनर्जी ने प्रशासन को खुला छोड़ रखा है - कैलाश विजयवर्गीय
Kailash Vijayvargiya (File Photo)

पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच आपसी विवाद बढ़ता ही जा रहा है। कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रैली में व्यवधान का आरोप लगाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीटर के जरिए कहा कि ‘‘कोलकाता में अमित शाह जी की रैली में अड़ंगेबाजी, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने भाजपा को परेशान करने के लिए प्रशासन को खुला छोड़ रखा है। अमित शाह जी की रैली में अड़चन डालने के लिए लाऊडस्पीकर को पुलिस ने मुद्दा बना लिया है। ये चुनावी आचार संहिता है या ममता सरकार की हठधर्मी?’’

वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कोलकाता में रोड शो के दौरान कहा कि ममता बनर्जी हार से नहीं बच सकती हैं। इस रोड शो के दौरान काफी संख्या में जनसमर्थकों ने हिस्सा लिया। 

हुआ यूं कि 14 मई को कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली से पहले राज्य पुलिस सभा की अनुमति के कागजात मांगने पहुंच गयी। पेपर नहीं दे पाने पर मंच तोड़ने को कह डाला। बढ़ते विवाद के बीच भाजपा कार्यकर्ता रैली स्थल पर जमे ही थे कि इधर, सड़कों पर से पीएम मोदी और अमित शाह समेत भाजपा के कई होर्डिंग, पोस्टर और बैनर हटा दिए गए।  

इस मामले में जहां कोलकाता पुलिस का कहना था कि चुनाव आयोग के निर्देश पर पोस्टर-बैनर हटाए गए हैं। आयोग के अधिकारियों के अनुसार, आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी और टीएमसी पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है। इस मामले में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘‘ये नागवार हरकत ठीक नहीं! भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जी की कोलकाता रैली को फेल करने के लिए ममता सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही! स्वागत मंच नहीं लगाने दिए गए और सड़क के दोनों और लगाए गुब्बारे और होर्डिंग भी निकाल दिए गए। ये राजनीतिक वैमनस्यता बहुत भारी पड़ेगी दीदी!’’