मुलायम सिंह बेटे अखिलेश के लिए मांगेंगे वोट, अमित शाह करहल में करेंगे घेराव : UP Chunav 2022 Live Updates

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह गुरूवार, 17 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रवास पर रहेंगे. अमित शाह दोपहर 12:00 बजे नगला में दयाल वर्मा की प्रतिमा के पास शिकोहाबाद, फिरोजाबाद में जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर में 01:15 बजे एशिया इन्टरनेशलन स्कूल, कोसमा चौराहा, करहल, मैनपुरी में जनसभा को संबोधित करेंगे. अमित शाह सायं 03:30 बजे रामलीला मैदान मोहम्मदी, लखीमपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे और शाम 07:00 बजे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय, लखनऊ में संगठनात्मक बैठक करेंगे.

मुलायम सिंह बेटे अखिलेश के लिए मांगेंगे वोट, अमित शाह करहल में करेंगे घेराव : UP Chunav 2022 Live Updates

अमित शाह करहल में करेंगे चुनाव प्रचार:

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह गुरूवार, 17 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रवास पर रहेंगे. अमित शाह दोपहर 12:00 बजे नगला में दयाल वर्मा की प्रतिमा के पास शिकोहाबाद, फिरोजाबाद में जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर में 01:15 बजे एशिया इन्टरनेशलन स्कूल, कोसमा चौराहा, करहल, मैनपुरी में जनसभा को संबोधित करेंगे. अमित शाह सायं 03:30 बजे रामलीला मैदान मोहम्मदी, लखीमपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे और शाम 07:00 बजे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय, लखनऊ में संगठनात्मक बैठक करेंगे.

आज मैनपुरी में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की जनसभा:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए आज सपा संरक्षक मुलायम सिंह भी चुनावी जनसभा करेंगे. मैनपुरी के सांसद मुलायम सिंह गुरुवार को करहल से चुनाव लड़ने जा रहे पूर्व सीएम और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के लिए प्रचार करेंगे.

2017 में 59 में से 49 सीटों पर बीजेपी जीती:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले फेज में जाटलैंड और दूसरे चरण में मुस्लिम बाहुल्य जिलों में वोटिंग हुई है. अब, बारी बुंदेलखंड की है. इसे यादव बेल्ट भी कहा जाता है. यहां की 59 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सभी पार्टियों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दी है. तीसरे चरण में जिन 59 सीटों पर मतदान हो रहा है, उसमें 90 प्रतिशत सीटों पर मौजूदा समय में बीजेपी का कब्जा है. 2017 के चुनाव में 59 में से 49 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. सपा के खाते में 9 और कांग्रेस को एक सीट मिला था. मायावती की बहुजन समाज पार्टी के हाथ 2017 में खाली रह गए थे.