पहले की तरह इस बार पटना में नहीं दिखेगा वायु प्रदूषण,इसपर रहेगा फोकस

पटना नगर निगम ने वर्ष 2022-2023 के लिए सशक्त स्थायी समिति के समक्ष 1740 करोड़ 83 लाख तीन हजार 640 रुपये का बजट पारित किया। बजट में 48 करोड़ रुपये का अनुमानित मुनाफा दिखाया गया। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार के बजट का आकार भी बढ़ाया गया है। पिछले वर्ष नगर निगम ने 1528 करोड़ रुपये का बजट पास किया था। इस बार के बजट की खास बात यह है कि वायु प्रदूषण से निपटने को 213 रुपये का प्रावधान है।

पहले की तरह इस बार पटना में नहीं दिखेगा वायु प्रदूषण,इसपर रहेगा फोकस

पटना नगर निगम ने वर्ष 2022-2023 के लिए सशक्त स्थायी समिति के समक्ष 1740 करोड़ 83 लाख तीन हजार 640 रुपये का बजट पारित किया। बजट में 48 करोड़ रुपये का अनुमानित मुनाफा दिखाया गया। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार के बजट का आकार भी बढ़ाया गया है। पिछले वर्ष नगर निगम ने 1528 करोड़ रुपये का बजट पास किया था। इस बार के बजट की खास बात यह है कि वायु प्रदूषण से निपटने को 213 रुपये का प्रावधान है।
 
शुक्रवार को नगर निगम मुख्यालय में सशक्त स्थायी समिति की विशेष बैठक बुलाई। इसमें वर्ष 2022-2023 के लिए बजट का प्रारूप रखा गया। साथ ही समिति के सदस्यों और पार्षदों की सलाहों को भी शामिल किया गया। इस बार के बजट में पर्यावरण पर फोकस करने की बात कही गई है। विशेष बैठक महापौर सीता साहू की अध्यक्षता में की गई।

इसके बाद नगर आयुक्त अनिमेश कुमार परासर ने बताया कि इस बार के बजट में नगर निगम को विभिन्न मदों से 1788 करोड़ 71 लाख 12 हजार 844 रुपये की प्राप्ति होगी। इसमें से 1740 करोड़ 83 लाख रुपये व्यय होने का अनुमान है। पिछली बार की तुलना में बजट के आकार को बढ़ाया गया है। समिति ने बजट को पास किया है। नगर निगम बोर्ड की बैठक में बजट को मंजूरी दिलायी जाएगी।

नगर निगम 213 करोड़ रुपये खर्च कर वायु प्रदूषण से निपटेगा :

इस बार के बजट में नगर निगम पर्यावरण संरक्षण और बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने पर फोकस करेगा। इसके लिए इस पर विभिन्न मदों से मिलने वाली राशि का सदुपयोग किया जाएग। बजट में इसके लिए 213 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान है। इसमें कंपोस्टिंग प्लांट, रिसाइकिल प्लांट, कचरे से उर्जा उत्पादन, सड़क और फुटपाथ की सफाई, सभी 75 वार्डों में दो लाख से अधिक पौधा लगाकर हरियाली बढ़ाई जाएगी। जिसपर 167 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। 

इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसपर निगम की ओर से तीन करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान है। वहीं 18 करोड़ रुपये स्वीपिंग मशीन के रख-रखाव और मेंटनेंस पर खर्च होगा, जीर्ण-शीर्ण सड़कों को दुरुस्त करने के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान है। वहीं अतिरिक्त स्वीपिंग मशीन खरीदने के लिए 15 करोड़ रुपये का खर्च होगा। वहीं, न्यू बाइपास सड़क की सफाई के लिए एक स्वीपिंग मशीन उपलब्ध कराया जाएगा।

486 करोड़ आधारभूत संरचना के विकास पर होगा खर्च:

नगर निगम आधारभूत संरचना पर 486 करोड़ रुपये खर्च करेगा। जिसमें सड़क, ड्रेन, नली-गली और जीर्ण-शीर्ण सड़कों पर 173 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पार्षद योजना पर 60 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कदमकुआं वेंडिंग जोन के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए 8 करोड़ 65 लाख रुपये खर्च होंगे। निगम क्षेत्र में फाउंटेन लगाने के लिए पांच करोड़ खर्च होंगे। तीन रैनबसेरा के लिए करीब दो करोड़ रुपये, तालाबों के जीर्णोद्धार पर आठ करोड़ 80 लाख, रामाचक बैरिया कचरा प्वाइंट के लिए दो करोड़, लिचेट प्लांट के लिए तीन करोड़, स्ट्रीट लाइट के लिए 18 करोड़, खर्च होंगे। वर्ष 2022-23 में होल्डिंग टैक्स से निगम को 134 करोड़ प्राप्त होने का अनुमान है।