राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले 54 ऐप्स बैन: भारत ने चीन को फिर दिया तगड़ा झटका,
15 जून 2020 को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इसमें भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गए थे. इसके बाद भारत में चीनी मोबाइल ऐप्स के साथ-साथ वहां से आयात होने वाली कई वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है.
पूर्वी लद्दाख समेत पूर्वोत्तर भारत की सीमाओं पर विवाद पैदा करने वाले चीन को भारत ने एक बार फिर तगड़ा झटका दिया है. केंद्र की मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले करीब 54 मोबाइल एप्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. सरकार के इस कदम से राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलने के साथ ही भारतीय सीमाओं पर विस्तारवादी नीति के तहत पैठ बनाने वाले चीन को आर्थिक तौर पर भी बड़ा नुकसान पहुंच सकता है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि केंद्र की मोदी सरकार ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले चीन के 54 मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. सरकार की ओर से चीन के जिन 54 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है, उनमें स्वीट सेल्फी एचडी, ब्यूटी कैमरा, सेल्फी कैमरा, इक्वलाइज़र और बास बूस्टर, सेल्सफोर्स एंट के लिए कैमकार्ड, आइसोलैंड 2 : एशेज ऑफ टाइम लाइट, वाइवा वीडियो एडिटर, टेनसेंट एक्सरिवर, ओनमोजी चेस, ओनमोजी एरिना, ऐपलॉक, डुअल स्पेस लाइट आदि शामिल हैं.
बताते चलें कि 15 जून 2020 को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इस हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गए थे. चीनी सैनिकों की इस कार्रवाई के बाद भारत में चीनी मोबाइल ऐप्स के साथ-साथ वहां से आयात होने वाली कई वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. भारत की ओर से उठाए जा रहे सख्त कदम के बावजूद चीन नापाक हरकत करने से बाज नहीं आ रहा है.
चीन की ओर से पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में भारतीय सीमा के अंदर लगातार विस्तार किया जा रहा है. भारतीय सेना की ओर से हमेशा यह जानकारी साझा की जा रही है कि अरुणाचल प्रदेश में चीन गांव बसाने के साथ भूटान और तिब्बत के रास्ते अपने रेलमार्ग का विस्तार कर रहा है. इसके साथ ही, वह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए अपने मोबाइल ऐप्स का लगातार इस्तेमाल कर रहा है. सरकार ने इसी के मद्देनजर उसके अन्य ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
Comments (0)