महाराष्ट्र में जल्द बनेगी सरकार,अमित शाह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस का दावा, पर्यटन मंत्री ने कहा-बीजेपी दोबरा चुनाव के लिए है तैयार
तकरीबन 40 मिनट तक चली इस मुलाकात के दौरान सरकार गठन के मसले पर तो चर्चा हुई ही, देवेंद्र फडणवीस ने अमित शाह से बेमौसम बारिश से फसल की बर्बादी पर किसानों के लिए और मदद की मांग की है। पत्रकारों से बातचीत में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वे नई सरकार के गठन पर कुछ भी नहीं बोलना चाहते, वो सिर्फ यह कहना चाहते हैं कि नई सरकार जल्दक बनेगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। दोनों नेतओं के बीच यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है।
तकरीबन 40 मिनट तक चली इस मुलाकात के दौरान सरकार गठन के मसले पर तो चर्चा हुई ही, देवेंद्र फडणवीस ने अमित शाह से बेमौसम बारिश से फसल की बर्बादी पर किसानों के लिए और मदद की मांग की है। पत्रकारों से बातचीत में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वे नई सरकार के गठन पर कुछ भी नहीं बोलना चाहते, वो सिर्फ यह कहना चाहते हैं कि नई सरकार जल्दक बनेगी।
इस बीच महाराष्ट्रब सरकार के पर्यटन मंत्री जय कुमार रावल ने कहा है कि बीजेपी नेता राज्य् में दोबारा चुनाव के लिए तैयार हैं। उन्होंपने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली शिवसेना के व्यबवहार पर भी नाराजगी जताई। रावल ने कहा कि शिवसेना के व्यथवहार से बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन के सहयोगी के तौर पर चुनाव लड़ा था, लेकिन नतीजे आने के बाद अपना रुख बदल लिया।
शिवसेना अब हमे ब्लैरकमेल कर रही है। यदि वह बीजेपी को सरकार बनाने में मदद नहीं करती है, तो हम लोग दोबारा चुनाव के लिए तैयार हैं। राज्य के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ है। वहीं शिवसेना भी कहा है कि बीजेपी यदि उसके 50-50 फॉर्मूले को नहीं मानती है, तो वह कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने अपनी पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए 170 से ज्यादा विधायकों का समर्थन होने का दावा भी किया है। उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी सरकार बनाने में असमर्थ रही, तो शिवसेना का मुख्यमंत्री स्वर्गीय बालासाहब ठाकरे के समाधिस्थल शिवतीर्थ पर शपथ लेगा। राउत ने एनसीपी नेता अजीत पवार को मोबाइल से संदेश भेजकर संपर्क साधने की कोशिश भी की। शिवसेना के वरिष्ठ नेता राउत ने कहा कि सरकार बनने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा झूठ बोलने वाले लोग हैं, जो अपने किए गए वादे से पीछे हटते दिखाई दे रहे हैं।
अब दोनों दलों के नेताओं की नजरें अमित शाह पर जाकर टिक गई हैं। नेताओं को लगता है कि अब अमित शाह ही कोई हल निकाल सकते हैं। हालांकि, उनकी चुप्पी। भी शिवसेना को परेशान कर रही है। कल संजय राउत ने महाराष्ट्र के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की चुप्पी को रहस्यमय करार देते हुए कहा था कि हरियाणा जैसे छोटे राज्य में शुरू हुई अड़चन के समय अमित शाह ने पहल करके जिस तरह हल निकाला, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य में भी वह हल निकाल सकते थे।
दरअसल, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के 11 दिन बाद भी सरकार गठन को लेकर कवायदें जारी है। 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नजीते आए,जिसमें बीजेपी को 105 सीटों पर जीत मिली है, जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की है। 288 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, लिहाजा गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो जाएगा।
आपको बताते चलें कि शिवसेना के 56 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 44 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (के पास 54 विधायक हैं। महारष्ट्र में निर्दलीय विधायकों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा है। अगर ये सभी पार्टियां एकसाथ आती हैं, तो ये आंकड़ा 170 के करीब पहुंचता है।
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