Corona Effect : जानिए, क्या है ई-ग्राम स्वराज एप और पोर्टल? आम जनता को इससे क्या होगा फायदा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई ई-ग्राम स्वराज एप और पोर्टल ग्राम पंचायतों को डिजिटल बनाने के लिए एक कदम है। भविष्य में यह पंचायत का लेखाजोखा रखने वाला इकलौता माध्यम बनेगा। इस पोर्टल के बाद अब अलग-अलग जगहों पर काम करने की जरूरत नहीं होगी। इस ऐप पर पंचायत के विकास कार्यों से लेकर फंड तक सारी जानकारियां आसानी से उपलब्ध हो जाएंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के दूर-दराज इलाकों में रहने वाले लोगों को भी पंचायती राज दिवस पर ई-ग्राम स्वराज ऐप और पोर्टल का तोहफा दिया है। इस एप और पोर्टल के माध्यम से लोगों को यह जानने का अधिकार मिला है कि उनके पंचायत में क्या हो रहा है? पंचायत में केंद्र या राज्य सरकार की किस योजना के तहत कार्य किया जा रहा है? मनरेगा की स्थिति क्या है? किस योजना मद में कितनी राशि का आवंटन हुई है?
दरअसल, ई-ग्राम स्वराज ऐप और पोर्टल की खासियत यह है कि इसमें ग्राम पंचायत और गांव से संबंधित एक-एक बातों का लेखा-जोखा होगा। मसलन कौन-सा प्रोजेक्ट चल रहा है? प्लानिंग किस स्टेज पर है? कितना फंड लगा है? काम कब तक पूरा हो जाएगा? कितने पैसे और कहां खर्च हो रहे हैं? गांव के सभी व्यक्ति इस ऐप के माध्यम से अपनी पंचायत की जानकारी रख सकेंगे।
वास्तव में ई ग्राम स्वराज पोर्टल ग्राम पंचायतों को डिजिटल बनाने के लिए एक कदम है। भविष्य में यह पंचायत का लेखाजोखा रखने वाला इकलौता माध्यम बनेगा। इस पोर्टल के बाद अब अलग-अलग जगहों पर काम करने की जरूरत नहीं होगी। इस ऐप पर पंचायत के विकास कार्यों से लेकर फंड तक सारी जानकारियां आसानी से उपलब्ध हो जाएंगी। सरकार का मानना है कि पोर्टल से सरकारी काम में पारदर्शिता आएगी। प्रधानमंत्री ने यह कहा भी है कि ई-ग्राम स्वराज पोर्टल से ग्राम सरपंचों को बड़ी शक्ति मिलने जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुताबिक इस योजना से पारदर्शिता तो बढ़ेगी ही, लोग ग्राम पंचायत के कार्यों में अच्छे से सहभागिता ले पाएंगे। इन योजनाओं की लॉन्चिंग करते समय प्रधानमंत्री देश के सवा लाख पंचायत से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के माध्यम से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे। इस मौके पर कृषि किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित थे।
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