Corona Update : कोरोना महामारी के बीच आई राहत भरी खबर,भारत में पहली बार Covid-19 के इलाज में सफल हुआ प्लाज्मा परीक्षण

देश में जारी कोरोना महामारी के बीच एक अच्छी खबर भी आई है। वह यह कि कोरोना वायरस का पहला प्लाज्मा परीक्षण देश में सफल रहा है। राजधानी दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती मरीज पर प्लाज्मा तकनीकी का इस्तेमाल किया गया था। अस्पाल के डॉक्टरों ने बताया कि वेंटिलेटर से हटाने के बाद भी उसकी स्थिति बेहतर है।

Corona Update : कोरोना महामारी के बीच आई राहत भरी खबर,भारत में पहली बार Covid-19 के इलाज में सफल हुआ प्लाज्मा परीक्षण
Pic of Blood and Plasma Packet
Corona Update : कोरोना महामारी के बीच आई राहत भरी खबर,भारत में पहली बार Covid-19 के इलाज में सफल हुआ प्लाज्मा परीक्षण

देश में जारी कोरोना महामारी के बीच एक अच्छी खबर भी आई है। वह यह कि कोरोना वायरस का पहला प्लाज्मा परीक्षण देश में सफल रहा है। राजधानी दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती मरीज पर प्लाज्मा तकनीकी का इस्तेमाल किया गया था। अस्पाल के डॉक्टरों ने बताया कि वेंटिलेटर से हटाने के बाद भी उसकी स्थिति बेहतर है। अस्पताल ने हाल में प्लाज्मा तकनीक का ट्रायल शुरू किया था। इसमें कोरोना से ठीक हो चुके लोगों का प्लाज्मा संक्रमित व्यक्ति पर चढ़ाया जाता है।

डॉक्टरों के मुताबिक एक ही परिवार के कई लोग बीमार होने के बाद भर्ती हुए थे,जिनमें दो वेंटिलेटर पर थे। इस बीच,वेंटिलेटर पर रखे एक मरीज की मौत हो गई, दूसरा वेंटिलेटर पर ही था। दिल्ली के इस 49 वर्षीय मरीज पर ही परीक्षण हुआ। रक्तदाता मरीज तीन सप्ताह पहले ही ठीक हो चुका है।

विशेषज्ञों के अनुसार एक व्यक्ति के खून से अधिकतम 800 मिलीलीटर प्लाज्मा लिया जा सकता है। वहीं, कोरोना मरीज के शरीर में एंटीबॉडीज डालने के लिए 200 मिलीलीटर प्लाज्मा चढ़ाते हैं। मैक्स अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप बुद्धिराजा ने बताया कि इलाज में प्लाज्मा तकनीक कारगर साबित हो चुकी है।

इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रमन आर गंगाखेड़कर ने बताया कि देश में करीब 80 फीसदी मरीजों में लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। जरूरी नहीं कि संक्रमण आज हुआ है,तो लक्षण सात दिन में मिले ही। जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने कहा था कि आंकड़ों को देखें तो बिना लक्षण वाले मरीजों की संख्या अधिक नहीं है।