शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- दिल्ली में बड़े-बड़े बादशाह आए और चले गए,लेकिन लोकतंत्र है कायम!
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि आज जो स्थिति महाराष्ट्र की है या पैदा करने की कोशिश की गई है। मुझे लगता है ये अपने आप के एक अहम अहंकार की बात है। जो बात शिवसेना के बारे में तय हुई है, तो आप पीछे हटते हो और अपने आप को भगवान समझते हो तो ये ठीक नहीं रहेगा।
भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शुरु हुई सियासी लड़ाई अभी भी जारी है। दोनों दलों की ओर से व्यंगवान का सिलसिला जारी है। कभी बीजेपी नेता शिवसेना पर तो कभी शिवसेना के नेता बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली में बड़े-बड़े बादशाह आए और चले गए, लेकिन लोकतंत्र कायम है।
संजय राउत ने कहा कि जनता सबसे बड़ा भगवान है। अपने को भगवान समझने की कोशिश किसी को नहीं करनी चाहिए। कभी-कभी किसी को लगता है अपुन ही भगवान है पर वास्तव में कोई होता नहीं है। शिवसेना नेता ने कहा कि आज जो स्थिति महाराष्ट्र की है या पैदा करने की कोशिश की गई है। मुझे लगता है ये अपने आप के एक अहम अहंकार की बात है। जो बात शिवसेना के बारे में तय हुई है, तो आप पीछे हटते हो और अपने आप को भगवान समझते हो तो ये ठीक नहीं रहेगा।
संजय राउत ने कहा कि शिवसेना एनडीए के फाउंडर सदस्यों में से हम एक है। एनडीए बनाने वाले पांच नेता थे अटल जी, अडवाणी जी, जॉर्ज फर्नांडिस जी, प्रकाश सिंह बादल जी और बाला साहेब ठाकरे जी। हमने एनडीए को बनाया है। हमने बार-बार एनडीए को मजबूत करने की कोशिश की है।
एक समय आ गया था जब इसमें दो-तीन लोग ही बचे थे, तो हमने एनडीए बचाकर रखा। कितने मोड आए लेकिन हमने एनडीए को छोड़ा नहीं। आज उन्हें लगता है कि हम भगवान है और हम सबकुछ कर सकते हैं। और शिवसेना को एनडीए से बाहर निकालने की बात करते हो, तो मैं कहूंगा कि आप भगवान नहीं हो।
संजय राउत यहीं नहीम रुके उन्होंने कहा कि चिराग पासवान और रामविलास पासवान के साथ हम काम कर चुके है। बात महाराष्ट्र से निकलकर दिल्ली तक आ गई है और यहां प्रदूषण बहुत ज्यादा है। वो राजनीतिक प्रदूषण कैसे दूर करेंगे। राजनीति में शब्द का और वचन का महत्व होता है।
लेकिन आज हमें बाहर निकालने की बात कर रहे हैं। एनडीए किसी की प्रॉपर्टी नहीं है। एक पार्टी जो हमेशा आपके साथ रही उसे आपने निकाल दिया। शिवसेना को कोई चिट्ठी नहीं भेजी कि आपको निकालने जा रहे हैं और ना प्रकाश सिंह बादल और ना नीतीश कुमार से पूछा कि शिवसेना को एनडीए से निकाला जा रहा है।
आपको बताते चलें कि शिवसेना और बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव साथ मिलकर लड़ा, पर नतीजे आने के बाद दोनों दलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर ठन गई और दोनों दल अलग गो गए। अब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। उसी को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार आज शाम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में सरकार बनाने की तस्वीर साफ हो सकती है।
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