14 जून को केंद्रीय गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के साथ दिल्ली के एलजी अनिल बैजल और सीएम अरविंद केजरीवाल की बैठक,राजधानी की कोरोना के कारण बिगड़ते हालात पर होगी चर्चा

राजधानी दिल्ली में कोरोना को लेकर हालात और भी गंभीर होते जा रहे हैं। लिहाजा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन दिल्लीि के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ एक अहम बैठक करने वाले हैं। यह बैठक रविवार को गृहमंत्री के दफ्तर में होगी। इस बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्यठ भी मौजूद रहेंगे।

14 जून को केंद्रीय गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के साथ दिल्ली के एलजी अनिल बैजल और सीएम अरविंद केजरीवाल की बैठक,राजधानी की कोरोना के कारण बिगड़ते हालात पर होगी चर्चा
GFX of Union Home Minister Amit Shah and Delhi CM Arvind Kejriwal
14 जून को केंद्रीय गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के साथ दिल्ली के एलजी अनिल बैजल और सीएम अरविंद केजरीवाल की बैठक,राजधानी की कोरोना के कारण बिगड़ते हालात पर होगी चर्चा

देशभर में कोरोना का कहर जारी है। अनलॉक के बाद कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। राजधानी दिल्ली में कोरोना को लेकर हालात और भी गंभीर होते जा रहे हैं। लिहाजा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन दिल्लीि के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ एक अहम बैठक करने वाले हैं। यह बैठक रविवार को गृहमंत्री के दफ्तर में होगी। इस बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्यठ भी मौजूद रहेंगे।

दरअसल, शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना संक्रमण का पुराना सारा रिकॉर्ड टूट गया। नए मामले से लेकर मौत तक आंकड़ों ने सरकार से लेकर आमजन के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। शुक्रवार को जहां रिकॉर्ड तोड़ 2137 मरीज सामने आए,वहीं इससे पहले गुरुवार को भी 1877 मामले सामने आए थे। नए मामले लगातार बहुत ही तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। मौत के आंकड़ों की बात करें तो 24 घंटे में 71 लोग की मौत हो गई। दिल्ली़ में अब तक कोरोना संक्रमण के कारण 1214 लोगों की मौत हो गई है।

गौरतलब है कि देश की सुप्रीम कोर्ट ने राजधानी में कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही और कोरोना से मरने वालों के शवों की स्थिति को देखते हुए चिंता जताई है। अदालत ने इसे भयावह, दहलाने वाली और दयनीय बताया है। इसके साथ ही कोर्ट ने दिल्ली सरकार को सख्तं लहजे में कहा कि सरकार की जिम्मेदारी सिर्फ अस्पेतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने से पूरी नहीं होगी।

पर्याप्त संसाधन और मरीजों की देखभाल करने वाला स्टाफ मुहैया कराना भी उसकी जिम्मेदारी है। कोरोना जांच की घटती संख्या पर भी अदालत ने सवाल उठाते हुए कहा कि जांच नहीं करना समस्या का विकल्प नहीं है। इस मामले में अगली सुनवाई 17 जून फिर होगी।

आंकड़ों का विश्लेषण करें तो अप्रैल में संक्रमण की दर चार से पांच फीसद थी, जो मई के आखिरी हफ्ते में 20 फीसद के आसपास पहुंच गई थी और शुक्रवार को यह दर करीब 36 फीसद तक पहुंच गई है। यानी अब 100 लोगों की जांच में 36 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं।