महाराष्ट्र में सरकार गठन का फॉर्मूला तय, शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री, 50-50 फॉर्मूले के तहत एनसीपी-कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद

महाराष्ट्र में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत मुख्यमंत्री पद शिवसेना लेगी, जबकि एनसीपी और कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद मिलेगा। कांग्रेस और एनसीपी 50-50 फॉर्मूले के तहत उप-मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करेंगे। यानी ढाई-ढाई साल के लिए एनसीपी और कांग्रेस के नेता को उप-मुख्यमंत्री का पद दिया जाएगा। इसके साथ ही विधान परिषद अध्यक्ष शिवसेना का होगा, जबकि विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस को मिलेगा।

महाराष्ट्र में सरकार गठन का फॉर्मूला तय, शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री, 50-50 फॉर्मूले के तहत एनसीपी-कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद
Pic of Congress, NCP and Shiv Sena Leaders Meeting
महाराष्ट्र में सरकार गठन का फॉर्मूला तय, शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री, 50-50 फॉर्मूले के तहत एनसीपी-कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद
महाराष्ट्र में सरकार गठन का फॉर्मूला तय, शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री, 50-50 फॉर्मूले के तहत एनसीपी-कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद
महाराष्ट्र में सरकार गठन का फॉर्मूला तय, शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री, 50-50 फॉर्मूले के तहत एनसीपी-कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद

महाराष्ट्र में एक बार फिर से सरकार गठन के लिए कवायद तेज हो गई है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पहली बार शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने एक साथ बैठकर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत ड्राफ्ट तैयार किया है। इस बैठक के बाद तीनों पार्टियों के नेताओं ने एक साथ एक संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया।

संवाददाताओं को संबोधित करते हुए शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य में दोबारा चुनाव ना हो इसलिए हमने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाया है, जिसे लेकर हम आगे जाने वाले हैं। इस ड्राफ्ट पर अंतिम फैसला शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार का होगा।

तीनों दलों के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत मुख्यमंत्री पद शिवसेना लेगी, जबकि एनसीपी और कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद मिलेगा। कांग्रेस और एनसीपी 50-50 फॉर्मूले के तहत उप-मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करेंगे। यानी ढाई-ढाई साल के लिए एनसीपी और कांग्रेस के नेता को उप-मुख्यमंत्री का पद दिया जाएगा। इसके साथ ही विधान परिषद अध्यक्ष शिवसेना का होगा, जबकि विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस को मिलेगा।

महाराष्ट्र में चल रही इस पूरी कवायद पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा। मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा और वह चाहेंगे कि अगले 25 साल तक मुख्यमंत्री शिवसेना का ही हो। उन्होंने कहा कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में सरकार चलेगी और राज्य हित को लेकर चलेगी। महाराष्ट्र के हितों के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर चलेंगे। जिनके साथ सरकार बनाने जा रहे हैं और उनका सरकार चलाने का काफी सालों का अनुभव है।

संजय राउत ने गुरुवार को बीजेपी से कहा कि वह उन्हें डराने या धमकाने की कोशिश न करें और शिवसेना को अपना राजनीतिक रास्ता चुनने दें। राउत ने कहा, “हम लड़ने और मरने के लिए तैयार हैं, लेकिन धमकी या जबरदस्ती की रणनीति को बदार्श्त नहीं करेंगे।”

राउत बीजेपी के अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीते लोकसभा चुनाव से पहले बंद दरवाजों के पीछे सत्ता के बंटवारे के फार्मूले पर की गई टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे। राउत ने कहा, “मैंने सुना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि देवेंद्र फणनवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे। यहां तक की सेना भी बार-बार दोहरा रही है कि उनका मुख्यमंत्री ही शपथ लेगा।”

राउत ने कहा, “आपने बंद दरवाजे के पीछे लिए गए फैसलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानकारी क्यों नहीं दी? चुनाव परिणाम आने तक साझेदारी से मना करने के लिए आप अब तक चुप क्यों रहे?” उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा से बंद दरवाजों के पीछे लिए गए फैसलों को जनता के सामने लाने से मना करती है, लेकिन अगर उन्होंने अपने शब्द और वादे पूरे किए होते,तो मामला कभी भी खुलकर सामने नहीं आता।