35 करोड़ से ज्यादा एयरटेल यूजर्स के लिए जरूरी खबर, कंपनी ने दी वॉर्निंग
साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यूजर्स के डेटा और फोन में मौजूद बैंक डीटेल्स के चोरी होने का खतरा भी काफी बढ़ गया है। शातिर हैकर बड़ी चालाकी से यूजर्स को अपने जाल में फंसा रहे हैं। इसी खतरे को देखते हुए एयरटेल (Airtel) के सीईओ गोपाल विट्टल ने ईमेल भेजकर कंपनी के 35 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को सावधान रहने की सलाह दी है। विट्टल ने हाल में हुए एक फ्रॉड का जिक्र किया, जिसमें जालसाज ने खुद को एयरटेल का एग्जिक्यूटिव बताकर KYC अपडेट के बहाने यूजर्स से उनके बैंक डीटेल निकलवा लेता था। इस ईमेल में उन्होंने इस तरह के फाइनैंशल फ्रॉड और जालसाजों के काम करने के तरीके के बारे में बात की है। इसके साथ ही ईमेल में उन्होंने इस तरह के फ्रॉड्स से बचने के लिए कुछ जरूरी बातें भी बताई हैं। आइए जानते हैं डीटेल।
फर्जी UPI ऐप्स से रहें सतर्क: UPI पेमेंट्स के बढ़ते चलन के कारण आजकल फेक UPI ऐप्स की भरमार हो गई है। विट्टल ने अपने ईमेल में कहा, 'इस वक्त मार्केट में कई सारे फेक UPI ऐप और ई-कॉमर्स वेबसाइट मौजूद हैं, जो NPCI, BHIM और लोगो के इस्तेमाल से बिल्कुल ऑथेंटिक लगते हैं। अगर आप इनमें से किसी भी ऐप को डाउनलोड करते हैं, तो ये MPIN के अलावा आपके बैंक के सारे डीटेल को एंटर करने के लिए कहते हैं। इन जानकारियों की मदद से ही हैकर यूजर के बैंक अकाउंट से पैसों की चोरी करते हैं।' उन्होंने कहा कि इसी तरह जालसाज खुद को बैंक एग्जिक्यूटिव बताकर यूजर्स से बैंक अकाउंट को ब्लॉक-अनब्लॉक या रिन्यू करने की बात करके ओटीटी भी मांग सकते हैं। इस तरह के कॉल्स से सतर्क करने की जरूरत है।
लुभावने ईमेल, मेसेज और लिंक पर न करें भरोसा: हैकर कई बार यूजर्स को अपने जाल में फंसाने के लिए लुभावने ईमेल या मेसेज सेंड करते हैं। इनमें एक फेक लिंक होता है, जिसपर क्लिक करने के बाद आपके बैंक डीटेल की चोरी की जा सकती है। इसी तरह विट्टल ने यूजर्स से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, वीजा या मास्टरकार्ड की तरफ से आने वाले फेक रिफंड, पॉइंट्स या रिवॉर्ड्स वाले ईमेल को भी खतरनाक बताया है। उन्होंने कहा कि यूजर्स को इन मेसेज में दिए गए अटैचमेंट्स और इंस्टैंट मेसेज डाउनलोड लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। विट्टल ने यूजर्स को सलाह दी वे अपने फोन में ऐंटिवायरस को इंस्टॉल करें। यह आपके द्वारा डाउनलोड की गई सभी फाइल्स को स्कैन करता है और आपको इस तरह के फ्रॉड्स से काफी हद तक बचाता भी है।
साइबर कैफे या सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क: ईमेल में विट्टल ने यूजर्स से कहा है कि साइबर कैफे में मौजूद कंप्यूटर्स से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन न करें। इसके साथ ही पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क पर भी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने से बचना चाहिए।
किसी को भी न दें अपना ओटीपी: इस तरह के फ्रॉड से बचने का सबसे सटीक तरीका यह है कि किसी को भी फोन पर अपना कस्टमर आईडी, MPIN, OTP न दिया जाए। इसके साथ ही अगर आपके पास कोई फेक मेसेज आया है, तो उसमें दिए गए लिंक पर गलती से भी क्लिक न करें। बेहतर होगा कि ऐसे मेसेजेस को आप फोन से तुरंत डिलीट कर दें।
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