नरेंद्र मोदी कैबिनेट की पहली बैठक आज, लिए जा सकते हैं कई अहम फैसले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण के साथ ही एक्शन में आ गए हैं। देश की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने बिम्सटेक देशों के एक राष्ट्राध्यक्ष से कल ही मुलाकात की और वो आज बिम्सटेक के अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण के साथ ही एक्शन में आ गए हैं। देश की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने बिम्सटेक देशों के एक राष्ट्राध्यक्ष से कल ही मुलाकात की और वो आज बिम्सटेक के अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर रहे हैं। इस बीच आज शाम में नरेंद्र मोदी कैबिनेट की पहली बैठक होने जा रही है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कई अहम और बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। जैसा कि 2014 के अपनी पहली बैठक में मोदी कैबिनेट ने किया था। नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने पिछली बार अपनी पहली बैठक में कालाधन पर एसआईटी गठित करने का बड़ा फैसला किया था। आज की बैठक में नरेंद्र मोदी कैबिनेट पर सभी की नजरें लगी हैं। कैबिनेट में संसद सत्र की तिथि पर निर्णय भी लिया जा सकता है।
नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार 30 मई को देश के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों को भी शपथ दिलाई गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नरेंद्र मोदी के अलावा 24 कैबिनेट, 9 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 24 राज्यमंत्री को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इस मंत्रिमंडल में भाजपा के साथ एनडीए के सहयोगी दलों शिवसेना, शिरोमणि अकाली दल और लोक जनशक्ति पार्टी सांसदों को भी शामिल किया गया है।
मोदी के मंत्रिमंडल में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर को शामिल किया जाना रहा है। एस जयशंकर को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। समझा जाता है कि मोदी कैबिनेट में पूर्व विदेश सचिव को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। विदेश सचिव रहते एस. जयशंकर कूटनीतिक मामलों में अपनी दक्षता का परिचय दे चुके हैं। चीन और अन्य पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है।
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