गांधी परिवार के करीबी रहे इस नेता ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का हाथ और अब निभाएंगे बीजेपी का साथ?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपनी राज्यसभा सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सभापति वेंकैया नायडू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अमेठी पर मजबूत पकड़ रखने वाले संजय सिंह इससे पहले भी कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं।

गांधी परिवार के करीबी रहे इस नेता ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का हाथ और अब निभाएंगे बीजेपी का  साथ?
Pic of Leader Sanjay Singh
गांधी परिवार के करीबी रहे इस नेता ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का हाथ और अब निभाएंगे बीजेपी का  साथ?

देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। नया वाकया डॉक्टर संजय सिंह का है। गांधी परिवार के करीबी रहे डॉक्टर संजय सिंह ने कांग्रेस और राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वे बीजेपी में शामिल होंगे। संजय सिंह अमेठी के राजपरिवार से आते हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में संजय सिंह सुल्तानपुर संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन अपनी जमानत भी नहीं बचा सके थे।

संजय सिंह ने इस्तीफे के बाद कहा, 'मैं कांग्रेस इसलिए छोड़ रहा हूं क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व जीरो है। मैं 'सबका साथ सबका विकास' के कारण मोदी का समर्थन करता हूं।' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस अभी भी अतीत में है, उसे भविष्य का पता नहीं है। आज पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है और अगर देश उनके साथ है, तो मैं भी उनके साथ हूं। उन्होंने कहा “कल मैं बीजेपी ज्वॉइन करूंगा. मैंने पार्टी और राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है।'

संजय सिंह ने कहा, '1984 से कांग्रेस के साथ रिश्ता है. पार्टी छोड़ने का फैसला कांग्रेस को किसी भी तरह प्रभावित नहीं करेगा. पिछले 15 साल में कांग्रेस में जो कुछ हुआ, वह पहले कभी नहीं हुआ. बहुत कुछ सोचने के बाद मैंने यह निर्णय लिया है.'

डॉक्टर संजय सिंह फिलहाल असम से राज्यसभा सदस्य थे और उनका कार्यकाल अभी एक साल का बचा हुआ था। बावजूद इसके उन्होंने राज्यसभा और कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया। संजय गांधी के दोस्त रहे संजय सिंह ने अपनी राजनीतिक पारी का आगाज कांग्रेस से ही किया था, लेकिन राममंदिर आंदोलन के दौरान कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।

संजय सिंह 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से नाराज हो गए थे, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें असम से राज्यसभा भेजा था। इसकी वजह से सुल्तानपुर सीट से उनकी दूसरी पत्नी अमिता सिंह चुनाव लड़ी थीं,लेकिन वो चुनाव हार गई थीं। हालांकि संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह मौजूदा समय में अमेठी से बीजेपी की विधायक हैं। संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह ने भी कांग्रेस छोड़ दी है। अमिता सिंह ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस (यूपी) की अध्यक्ष थीं। 

आपको बताते चलें कि संजय सिंह 1998 में अमेठी संसदीय सीट से कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा को हराकर सांसद चुने गए थे। इसके बाद वो अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे। राहुल गांधी के कांग्रेस में एंट्री करने के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में वापसी की। 2009 के लोकसभा चुनाव में संजय सिंह सुल्तानपुर सीट से सांसद चुने गए थे।