हरियाणा में किसी पार्टी को को स्पष्ट बहुमत नहीं, ये हो सकते हैं सरकार बनाने के विकल्प

हरियाणा विधानसभा के मतो ही गिनती का काम पूरा हो चुका है। प्रदेश की जनता ने किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है।प्रदेश की सभी 90 सीटों के रुझानों से साफ है कि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। लेकिन 46 के जादुई आंकड़े से पीछे है। अब सवाल ये है कि हरियाणा पर कौन राज करेगा।

हरियाणा में किसी पार्टी को को स्पष्ट बहुमत नहीं, ये हो सकते हैं सरकार बनाने के विकल्प
Pic of Bhupendra singh Hudda and Manohar Lal Khattar

हरियाणा विधानसभा के मतो ही गिनती का काम पूरा हो चुका है। प्रदेश की जनता ने किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है।प्रदेश की  सभी 90 सीटों के रुझानों से साफ है कि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। लेकिन 46 के जादुई आंकड़े से पीछे है। अब सवाल ये है कि हरियाणा पर कौन राज करेगा। 

पहली तस्वीर यह बनती है कि बीजेपी के खाते में 44 सीट गई है और यह बहुमत के आंकड़े से 2 सीट दूर है। अगर निर्दलीय विधायकों की बात करें, तो उनकी संख्या 6 है। ऐसे में बीजेपी आसानी से सरकार बना सकती है। परंपरा के तहत राज्यपाल पहले बीजेपी को आमंत्रित कर सकते हैं।

दूसरी तस्वीर की बात करें, तो कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। कांग्रेस के खाते में 32 सीटें हैं। कांग्रेस जजपा की 11 और 6 अन्य के समर्थन से सरकार बना सकती है। लेकिन सवाल ये होगा कि कांग्रेस की अगुवाई कौन करेगा।
अगर बात तीसरी तस्वीर की करें, तो बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए जेजेपी, कांग्रेस के साथ जा सकती है। पर बताया जा रहा है कि जजपा के दुष्यंत चौटाला ने सीएम पद की मांग की है, हालांकि यह देखने वाली बात होगी कि क्या कांग्रेस, जजपा के इस शर्त को स्वीकार करेगी।