देखिए बिहारी छात्रों ने क्यों शुरू किया राजस्थान के कोटा में अनशन
देश की कोचिंग सिटी कोटा में कोरोना का कहर। कोराना महामारी बनी हजारों छात्रों के लाचारी। देश के पांच राज्यों ने की पहल। बिहारी सरकार ने अब तक नहीं निकाला कोई हल। जी,हां,कोरोना और लॉकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में लाखों छात्र फंसे हुए हैं। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात समेत पांच राज्यों ने पहल की और छात्रों वापस बुला लिया। लेकिन बिहारी छात्रों की तमाम मिन्नतों के बावजूद सुशासन बाबू की सरकार उनकी सुध तक नहीं ले रही है। बिहार सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। बिहार के सभी साढ़े सात हजार छात्र आज भी कोटा में फंसे हुए हैं। नीतीश सरकार की अनदेखी से नाराज छात्र अनशन पर बैठ गए हैं। छात्रों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। सुशासन बाबू के खिलाफ पोस्टर और बैनर लहराए जा रहे हैं। उनकी सरकार को अंधी, बहरी और गूंगी सरकार करार दिया जा रहा है। नीतीश सरकार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगा हे हैं। छात्रों का साफ कहना है कि बिहार सरकार विदेशों से तो छात्रों को वापस ला रही है, लेकिन उनकी सुध नहीं ले रही है। मांगे नहीं माने तक छात्रों ने अनशन और प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी है।
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