...तो क्या बड़े बेटे के बागी तेवर ने लालू को पटना आने से रोका, राबड़ी के अचानक दिल्ली लौटने पर तेज हुईं अटकलें

...तो क्या बड़े बेटे के बागी तेवर ने लालू को पटना आने से रोका, राबड़ी के अचानक दिल्ली लौटने पर तेज हुईं अटकलें

राजद प्रमुख लालू प्रसाद का पटना आने का कार्यक्रम टल गया है। अब वह उपचुनाव में प्रचार नहीं कर पाएंगे। बताया जा रहा है कि उनकी तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है। लिहाजा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी फिर से दिल्ली लौट गई। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की तबीयत खराब है और वह पटना नहीं आ सकते। राज्य में दो सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव की घोषणा के साथ ही लालू प्रसाद के पटना आने का कार्यक्रम बन गया था। दोनों क्षेत्र में उनके प्रचार का कार्यक्रम भी तय हो गया था। लिहाजा राबड़ी देवी भी पटना आई थीं। पटना पहुंचने पर राबड़ी देवी ने भी कहा था कि लालू जी की तबीयत में काफी सुधार है और वे जल्द ही पटना आएंगे। लेकिन अचानक उनके लौटने और लालू प्रसाद के आने का कार्यक्रम टल जाने से राजनीतिक हलकों में कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। 

इसी सिलसिले में यह भी चर्चा हो रही है कि पार्टी में तेजप्रताप के विरोध के मुखर होते स्वर को लेकर लालू प्रसाद ने पटना आने से मना कर दिया। ऐसे लोगों का मानना है कि लालू प्रसाद को उम्मीद थी कि पटना पहुंचकर राबड़ी देवी सबकुछ ठीक कर लेंगी। यही कारण है कि राबड़ी देवी पटना पहुंचते ही सबसे पहले तेजप्रताप के आवास पर गईं। लेकिन तेज उनके आने से पहले ही आवास छोड़कर निकल गये। हालांकि बाद में तेज प्रताप ने बताया कि मां से उनकी बात हो चुकी है। इसी बीच कांग्रेस उम्मीदवार के पिता डा. अशोक राम से तेजप्रताप का मिलना और दोनों सीटों पर किसी दूसरे उम्मीदवार का प्रचार करने की चर्चा से राबड़ी देवी को भी लग गया कि इस बार तेज के तेवर अलग हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा पर भरोसा करें तो उनके दिल्ली लौटने और लालू प्रसाद का कार्यक्रम टालने के पीछे तेज प्रकरण का भी योगदान है। बता दें कि लालू प्रसाद की तबीयत काफी दिनों से खराब है। लिहाजा उनकी सेहत कोई नया तनाव लेने की स्थिति में नहीं है।