बीपीटीपी की मनमानी से परेशान निवासियों ने किया प्रदर्शन

पार्कलैंड प्राइड सोसाईटी में बुनियादी सुविधाएं ताक पर रख,हो रही है पानी की चोरी या पार्कलैंड प्राइड निवासियों कि ज़रूरतों कोताक पर रख, बिल्डर कर रहा है नियमों की अनदेखी ग्रेटर फ़रीदाबाद की सबसे बड़ी सोसाइटी पार्कलैंड प्राइड के निवासी बुनियादी सुविधाओं और धोखाधड़ी को लेकर परेशानी का सामना करने को मजबूर हैं. जिसे लेकर आज निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ़ नारेबाजी करते हुए जुलुस निकाला.साथ ही हर घर-घर पर बैनर लगाये ताकि नए ग्राहक बिल्डर के धोखे से बच सकें.

बीपीटीपी की मनमानी से परेशान निवासियों ने किया प्रदर्शन

पार्कलैंड प्राइड सोसाईटी में बुनियादी सुविधाएं ताक पर रख,हो रही है पानी की चोरी या पार्कलैंड प्राइड निवासियों कि ज़रूरतों कोताक पर रख, बिल्डर कर रहा है नियमों की अनदेखी ग्रेटर फ़रीदाबाद की सबसे बड़ी सोसाइटी पार्कलैंड प्राइड के निवासी बुनियादी सुविधाओं और धोखाधड़ी को लेकर परेशानी का सामना करने को मजबूर हैं. जिसे लेकर आज निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ़ नारेबाजी करते हुए जुलुस निकाला.साथ ही हर घर-घर पर बैनर लगाये ताकि नए ग्राहक बिल्डर के धोखे से बच सकें.

पिछले कई साल से बीपीटीपी, प्राइड निवासियों को जिम और क्लब बनाये जाने के सपने दिखाता चला आ रहा है. साथ ही बिजली की किल्लत हो या सोसाइटी की चारदीवारी, बीपीटीपी हर मुद्दे को लेकर लगातार टालमटोल कर रहा है.बिल्डर के अधिकारीयों से बात करने पर वह RWA और निवासियों को बाउंसरों का डर दिखाने लगते हैं. सुरक्षा व्यवस्था का आलम ये है कि सुरक्षा कर्मी निवासियों की सुरक्षा न कर बिल्डर के अफसरों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं. ऐसे में निवासी डर के माहौल में जीने को मजबूर हैं.

इतना ही नहीं, सोसाइटी का पानी पंप करके अवैध तरीके से टैंकरों द्वारा बहार बेचा जा रहा है. जब इसे रोकने के लिए प्रयास किये गए तो सुरक्षाकर्मियों और बीपीटीपी के अफसरों की निगरानी में यह काम छुप कर किया जाने लगा. शनिवार को प्रदर्शन के दौरान निवासियों ने टैंकरों को गेट से पकड़ कर वापस लौटने पर मजबूर किया.

इस वक़्त सोसाइटी में लगभग 250 परिवार रहते हैं, जबकि कुल फ्लैटों की संख्या 663 के लगभग है और साथ ही साथ सोसाइटी के प्लाट भी घरों में तब्दील होने लगे हैं. बड़ा सवाल ये है कि अभी जब एक चौथाई आबादी ही सोसाइटी में रह रही है तब ये हालात हैं, तो आने वाले वक़्त में क्या होगा.

प्राइड के नाम पर आज तक बिजली का कनेक्शन नहीं है. साथ ही जनसेट से दी जा रही बिजली के लिए बिल्डर 30 से 35 रुपये यूनिट मांग कर मनमानी रकम वसूल रहा है. महीनों से चली आ रही इन परेशानियों को देखते हुए आज प्राइड निवासियों ने RWA के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और घर-घर बैनर भी लगाये. निवासियों का कहना है कि आने वाले समय में अगर बिल्डर द्वारा कामों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा.