सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कड़ा एक्शन, बीजेपी ने रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से हटाया, लोकसभा में चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे को बताया था देशभक्त 

भारतीय जनता पार्टी ने सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। बीजेपी ने अपनी ही पार्टी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से हटाने का फैसला लिया है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी जानकारी दी।

सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कड़ा एक्शन, बीजेपी ने रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से हटाया, लोकसभा में चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे को बताया था देशभक्त 
Pic of BJP MP Pragya Singh Thakur
सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कड़ा एक्शन, बीजेपी ने रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से हटाया, लोकसभा में चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे को बताया था देशभक्त 

भारतीय जनता पार्टी ने सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। बीजेपी ने अपनी ही पार्टी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से हटाने का फैसला लिया है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी जानकारी दी। जेपी नड्डा ने बताया कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति से हटा दिया जाएगा और इसके अलावा इस सत्र में उन्हें संसदीय दल की बैठकों में भाग लेने की भी अनुमति नहीं दी जाएगी।

बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने प्रज्ञा ठाकुर द्वारा बुधवार को संसद में नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त करार दिए जाने के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस तरह के बयान और विचारधारा का समर्थन नहीं करती है।

आपको बताते चलें कि प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान राष्ट्रपति महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था। कांग्रेस सांसदों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी। प्रज्ञा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि इस तरह की टिप्पणी राष्ट्रहित में नहीं हैं।

सदन में डीएमके सांसद ए. राजा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए नकारात्मक मानसिकता को लेकर गोडसे का उदाहरण दिया। इस पर प्रज्ञा ठाकुर अपने स्थान पर खड़ी हो गईं और कहा कि देशभक्तों का उदाहरण मत दीजिए। कांग्रेस ने इस पर सख्त विरोध जताया।  

हंगामा बढ़ता देख लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि सिर्फ डीएमके सदस्य ए. राजा का बयान रिकार्ड में जा रहा है। बाद में लोकसभा सचिवालय ने आधिकारिक बयान में कहा कि प्रज्ञा की टिप्पणी रिकार्ड में दर्ज नहीं की गई है।