नीतीश मंत्रिमंडल का पहला विस्तार पूरा, बीजेपी और जेडीयू से MLC समेत इन 17 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
विदित हो कि 16 नवम्बर को मंत्रिमंडल गठन के साथ ही इसके विस्तार के कयास लगाए जाने लगे थे। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर प्रदेश भाजपा के वरीय नेता पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक कर चुके हैं। 20-21 जनवरी को ही गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई थी, जिसमें सुशील मोदी, तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, भूपेन्द्र यादव, डॉ. संजय जायसवाल, नागेन्द्र जी समेत बिहार भाजपा के शीर्ष नेता शामिल हुए थे। इस बैठक के बाद कभी भी सूची आने की संभावना थी।
बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए मंत्रिमंडल के विस्तार का बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार खत्म। इसके साथ ही अबतक जारी अटकलों का दौर भी खत्म हो गया। बिहार विधानसभा चुनाव2020 में मंत्रिमंडल गठन के 85 दिनों बाद अब नीतीश मंत्रिमंडल का आज यानी मंगलवार को विस्तार हो गया है। मंत्रिमंडल में 17 मंत्रियों ने शपथ ली है। भाजपा से नौ, जबकि जदयू से आठ मंत्रियों ने शपथ ली है। अभी नीतीश सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छोड़कर 13 मंत्री थे। इनमें जदयू से चार, भाजपा से सात, जबकि हम और वीआईपी कोटे के एक-एक मंत्री थे। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 12.30 बजे राजभवन के राजेन्द्र मंडप में आयोजित हुआ।
भाजपा और जदयू कोटे के मंत्री
सबसे पहले बीेजेपी एमएलसी शाहनवाज हुसैन ने शपथ ली। इसके अलावा भाजपा के नितिन नवीन, सम्राट चौधरी, सुभाष सिंह, आलोक रंजन, प्रमोद कुमार, जनकराम और नारायण प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा जदयू से श्रवण कुमार, मदन सैनी, लेसी सिंह, महेश्वर हजारी, संजय कुमार झा, जमा खान, सुमित कुमार सिंह, जयंत राज और सुनील कुमार ने शपथ ली।
22 मंत्रियों की है गुंजाइश
गौर हो कि बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। कुल संख्या का 15 प्रतिशत हिस्सेदारी मंत्रिमंडल में हो सकती है। इसके मुताबिक बिहार में सीएम सहित कुल 36 मंत्री हो सकते हैं। मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री हैं तो इस हिसाब से मंत्रिमंडल में 22 मंत्रियों के शामिल होने की गुंजाइश है, लेकिन एनडीए से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल इनमें से 4-5 सीट फिलहाल भविष्य के विस्तार के लिए खाली रखी जाएंगी।
इससे पहले आपको बता दें कि मुख्यमंत्री आवास से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अलर्ट मिलते ही सोमवार की शाम राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां आरंभ कर दी गई थीं। देर रात मुख्यमंत्री आवास से दोपहर 12.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का विधिवत अनुरोध भी पहुंच गया। गौरतलब है कि राज्य मंत्रिमंडल का गठन 16 नवम्बर को हुआ था। तब मुख्यमंत्री समेत 15 लोगों ने शपथ ली थी, जिनमें से एक मेवालाल चौधरी ने बाद में इस्तीफा दे दिया था। मंत्रिमंडल गठन के 85 दिनों बाद मंगलवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में 22 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। मंत्री बनने वालों में कई नामों की चर्चा है। इनमें नए चेहरों को भी मौका मिलने जा रहा है। रात नौ बजे के बाद मंत्री पद की शपथ लेने वालों को मुख्यमंत्री आवास और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की ओर से फोन भी जाने लगे। जिन्हें मंत्री पद की शपथ लेने को लेकर फोन जाने की पुष्टि रात 10 बजे तक हुई, उनमें जदयू से श्रवण कुमार, लेसी सिंह, महेश्वर हजारी जबकि भाजपा से शाहनवाज हुसैन, नितिन नवीन और सुभाष सिंह के नाम शामिल हैं।
पीएमसीएच में सीएम ने दिए थे संकेत
मंत्रिमंडल विस्तार के मसले पर सोमवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएमसीएम परिसर में पत्रकारों से बातचीत में इसके संकेत दिए थे। कहा था कि सूची आते ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा। उनका इशारा भाजपा की ओर था। मुख्यमंत्री पहले भी कह चुके हैं कि भाजपा की ओर से सूची नहीं आई है। बदलते घटनाक्रम में सोमवार की शाम उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद मुख्यमंत्री आवास गए। उन्होंने भाजपा कोटे के मंत्री बनने वाले नेताओं की सूची मुख्यमंत्री को सौंप दी। जदयू के मंत्रियों की सूची पहले ही तय थी।
20-21 जनवरी को भाजपा में हुआ था मंथन
विदित हो कि 16 नवम्बर को मंत्रिमंडल गठन के साथ ही इसके विस्तार के कयास लगाए जाने लगे थे। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर प्रदेश भाजपा के वरीय नेता पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक कर चुके हैं। 20-21 जनवरी को ही गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई थी, जिसमें सुशील मोदी, तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, भूपेन्द्र यादव, डॉ. संजय जायसवाल, नागेन्द्र जी समेत बिहार भाजपा के शीर्ष नेता शामिल हुए थे। इस बैठक के बाद कभी भी सूची आने की संभावना थी।
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