झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष को तगड़ा झटका,कांग्रेस के तीन,जेएमएम के दो और एआईएफबी के एक विधायक बीजेपी में शामिल
बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में जेएमएम के कुणाल सारंगी और जेपी पी भाई पटेल, कांग्रेस के सुखदेव भगत, मनोज यादव और बादल पत्रलेखा है। वहीं एआईएफबी भानु प्रताप शाही भी बीजेपी में शामिल हो गए है। इन सभी विधायकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद जयंत सिन्हा की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा।
झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा अभी भले ही न हुआ हो, लेकिन नेताओं के दल बदलने का सिलसिला शुरु होचुका है। प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता ने विपक्षी दलों को बड़ा झटका दिया है। विपक्ष के छह विधायक बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बीजेपी में शामिल होने वालों में कांग्रेस के तीन, झारखंड मुक्ति मोर्चा के दो और एआईएफबी का एक विधायक शामिल है।
बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में जेएमएम के कुणाल सारंगी और जेपी पी भाई पटेल, कांग्रेस के सुखदेव भगत, मनोज यादव और बादल पत्रलेखा है। वहीं एआईएफबी भानु प्रताप शाही भी बीजेपी में शामिल हो गए है। इन सभी विधायकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद जयंत सिन्हा की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जवान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष भानु प्रताप जी ने पार्टी का विलय किया है। यह सूबे के लिए सुखद संदेश है। 2014 और 2019 का संदेश यह है कि देश-प्रदेश की जनता ने जातिवाद, वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति को नकार कर विकास के प्रति जनादेश देने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रवाद और विकास से प्रभावित होकर प्रदेश के विकास के लिए, गरीबी को समाप्त करने के लिए, देश की उन्नति के लिए विभिन्न दलों के नेता और पदाधिकारी शामिल हुए हैं। ये लोग पार्टी में प्रदेश के विकास और राष्ट्र की सेवा के लिए आए हैं। बीजेपी में शामिल हुए ये नेता खुद के लिए नहीं, बल्कि राज्य को फिर से स्थायी सरकार देने के लिए आए हैं। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रवाद और विकास की नीति से प्रभावित होकर आज ये लोग शामिल हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और कुशल संगठनकर्ता हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री अमित शाह जी ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर को भारत की मुख्यधारा में शामिल होने का काम किया है। अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद कश्मीर में अमन-चैन है। जम्मू-कश्मीर में हमारे आदिवासी भाइयों बहनों को आरक्षण नहीं दिया जाता था, लेकिन अब अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद उन्हें भी यह लाभ मिलेगा।
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद सुखदेव भगत ने कहा कि विकास और राष्ट्रवाद, दूध में शक्कर की तरह है और हम इसकी मिठास को बढ़ाने के लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे निष्ठापूर्वक पार्टी के विश्वास पर खरा उतरें और विकास व राष्ट्रवाद पर चलें, ऐसा उनका प्रयास रहेगा।
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