विचार

सरकार थोड़ी हिम्मत और करे

भारत में जनता के क्रोध का जो बरगद उग आया है, सरकार ने उसकी डालें और पत्ते तो तोड़ दिए हैं लेकिन उसकी जहरीली जड़ ज्यों की त्यों है। गृह...

वाह ! क्या उम्मीदवार हैं, हमारे ?

दिल्ली के आम चुनाव की चर्चा देश भर में है। कई कारणों से है लेकिन कुछ कारण ऐसे भी हैं, जिनकी वजह से दिल्लीवाले अपना माथा ऊंचा नहीं...

यूरोपीय संघ का लड़खड़ाना

यूरोपीय संघ और ग्रेट ब्रिटेन का 31 जनवरी को औपचारिक संबंध-विच्छेद हो गया है। इस संबंध-विच्छेद की प्रक्रिया में दो ब्रिटिश प्रधानमंत्रियों-डेविड...

बजट अच्छा लेकिन असमंजसभरा

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है, उस पर अर्थशास्त्री लोग अलग-अलग राय जाहिर कर रहे हैं। वित्तमंत्री के ढाई घंटे लंबे...

यह ध्रुवीकरण नहीं, धुंआकरण है

एक पुरानी कहावत है कि प्रेम और युद्ध में किसी नियम-कायदे का पालन नहीं होता। मैं सोचता हूं कि यह कहावत सबसे ज्यादा लागू होती है हमारे...

ईरान व कश्मीर : नई पहल जरुरी

ज्यों ही ईरानी सेनापति कासिम सुलेमानी की हत्या हुई, मैंने लिखा और टीवी चैनलों पर कहा था कि भारत को अमेरिका और ईरान के नेताओं से तुरंत...

जनेवि: पार्टियों के मोहरे न बनें

ह और भी शर्म की बात है कि हमलावर लड़कों ने अपने मुंह ढक रखे थे। यह उनके कायर होने का अकाट्य प्रमाण है। जाहिर है कि छात्र संघ की सभा...

इस्लामी कलंक का सफाया

बसे पहले तो इस्लामी जगत को यह समझना होगा कि आतंकवाद इस्लाम का सबसे बड़ा कलंक है। इस्लाम की जितनी बदनामी आतंकवाद के नाम पर हुई है, किसी...