केंद्र सरकार प्रवासी मजदूरों को देगी मुफ्त राशन,प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज और प्रति परिवार 1 किलो मिलेगा चना, कुल 8 करोड़ प्रवासी होंगे लाभान्वित
वित्त मंत्री ने बताया कि सभी प्रवासी मजदूरों को प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम अनाज और प्रति परिवार 1 किलोग्राम चना मुहैया कराया जाएगा। यह लगातार दो महीनों तक इन लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार के इस कदम से सीधे तौर पर कुल 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को लाभ मिल सकेगा।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार अब देशभर में प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में अनाज देगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित राहत पैकेज के दूसरे हिस्से के ऐलान के दौरान वित्त मंत्री बताया कि केंद्र सरकार अब अगले दो महीने तक इन सभी प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में अनाज मुहैया कराएगी। सरकार के इस फैसले के बाद करीब 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को समय पर भोजन मिल सकेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि सभी राज्यों के प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में अनाज मुहैया कराया जाएगा। इसमें वो मजदूर भी शामिल हो सकेंगे, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और वो नेशनल फूड सिक्योरिट एक्ट यानी एनएफएसए के तहज रजिस्टर्ड नहीं है।
वित्त मंत्री ने बताया कि सभी प्रवासी मजदूरों को प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम अनाज और प्रति परिवार 1 किलोग्राम चना मुहैया कराया जाएगा। यह लगातार दो महीनों तक इन लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार के इस कदम से सीधे तौर पर कुल 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को लाभ मिल सकेगा।
वित्त मंत्री ने बताया कि दो महीने में केंद्र सरकार इस पर कुल 3,500 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस पूरे खर्च का वहन केंद्र सरकार खुद करेगी। इस योजना को सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश लागू करेंगे। राज्यों का काम होगा कि वो प्रवासी मजदूरों की पहचान करें और उन्हें इस योजना के तहत लाभ मुहैया कराएं।
आपको बताते चलें कि इसके पहले केंद्र लॉकडाउन के ठीक बाद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत भी गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को प्रति माह 5 किलोग्राम अनाज देने का ऐलान किया था। इस दौरान भी केंद्र सरकार ने प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज के साथ प्रति परिवार 1 किलोग्राम दाल भी 3 महीनों के लिए मुहैया कराने का ऐलान किया था।
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