नागरिकता संशोधन कानून : धरना पर बैठे छात्रों को मिला प्रियंका गांधी का साथ, कांग्रेसी नेताओं ने नरेंद्र मोदी सरकार पर साधा निशाना
नागरिकता संशोधन कानून और जामिया में छात्रों पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इंडिया गेट पर धरने पर बैठीं। प्रियंका के साथ धरने पर पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी समेत कांग्रेस के कई अन्य नेता भी बैठे और छात्रों का समर्थन किया। प्रियंका गांधी ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश का माहौल 'खराब' हो गया है।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी धरना-प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों में प्रदर्शन जारी है। इन सब के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के समर्थन में दिल्ली स्थिति इंडिया गेट पर धरने में बैठीं। प्रियंका के साथ इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई अन्य नेता भी शामिल हुए। यह प्रदर्शन छात्रों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए किया गया।
छात्रों से साथ धरना पर बैठने से पहले प्रियंका गांधी ने जामिया घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की। प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार ने संविधान और छात्रों पर हमला किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय में प्रवेश करके छात्रों पर हमला किया है। हम संविधान के लिए लड़ेंगे, हम इस सरकार के खिलाफ लड़ेंगे।
प्रियंका गांधी की ओर से दिए गए इस बयान के कुछ समय बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने युवाओं और छात्रों के अधिकारों पर हमला किया है। इसलिए प्रियंका गांधी और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता शाम 4 से 6 बजे तक इंडिया गेट पर धरना में शामिल हुए।
प्रियंका गांधी ने इससे पहले केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इस सरकार को जनता की आवाज से डर है, इसलिए वे छात्रों पर पत्रकारों को दबा कर अपनी मौजूदगी दर्ज कर रही है। रविवार की रात किए गए एक ट्वीट में प्रियंका गाधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को युवाओं की आवाज सुननी होगी।
उन्होंने कहा,“देश की यूनिवर्सिटीज में घुसकर उसके अंदर छात्रों को पीटा जा रहा है। ऐसे समय में जब सरकार को जनता की आवाज सुननी चाहिए, उस वक्त बीजेपी सरकार नॉर्थ ईस्ट, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में छात्रों और पत्रकारों पर जुल्म ढा रही है। यह सरकार डरपोक है।”
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को कड़कड़ाती ठंड में जामिया के प्रवेश द्वार के बाहर कमीज उतारकर प्रदर्शन भी किया।
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