दूसरे प्रदेशों से बिहार लौटने वाले लोगों को कोरोना जांच में निगेटिव आने के बावजूद रहना होगा क्वारंटाइन में
बाहर यानी दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना जांच होगी। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी उन्हें कुछ दिनों तक अलग रखा जाएगा। पिछले कुछ समय से कोरोना के मामलों में काफी कमी आ गयी थी, लेकिन पुन: एक बार फिर से वृद्घि शुरू हो गयी है। आठ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके कारण काम बंद होगा तो एक बार फिर लोग वापस अपने प्रदेश आएंगे। उनके लिए क्वारंटाइन सेंटर के साथ-साथ उनके रोजगार का भी प्रबंध किया जा रहा है। यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही।
मुख्यमंत्री गुरुवार को सीएम सचिवालय स्थित संवाद में उनसे मुलाकात करने आये 2019 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के बिहार कैडर के 11 प्रशिक्षु पदाधिकारियों से ये बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कोरोना संक्रमण से होने वाली मृत्यु की दर भारत में कम है। कोरोना संक्रमण में भारत की औसत मृत्यु दर 1.3 है, जबकि बिहार की 0.5 है। टेस्टिंग के मामले में प्रति दस लाख की संख्या पर देश की औसत जांच दर से बिहार में आठ हजार ज्यादा जांच कराई गयी।
टीकाकरण शुरू होने के बाद जांच की संख्या में काफी कमी आ गयी थी, जिसको देखते हुए हमने बैठक कर जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। संक्रमण के प्रति सजगता एवं जन जागरूकता के कारण बिहार में कम लोग प्रभावित हुए हैं। सबका दायित्व है कि टीकाकरण तेजी से हो।
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