लॉकडाउन के बीच भारतीय युवा कांग्रेस का सराहनीय कदम,राहुल और प्रियंका गांघी के निर्देश पर पति की मौत से शोकाकुल सुनीता का किया सहयोग,निजी वाहन से भेजा घर

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के निर्देश पर कांग्रेस की युवा इकाई ने बिहार की उस महिला को घर भेजने का प्रबंध किया जिसके पति की पिछले दिनों मौत हो गई और वह अपने घर जाने के लिए जद्दोजहद कर रही थी। भारतीय युवा कांग्रेस के मुताबिक सोशल मीडिया पर सुनीता की दुख भरी दास्तां देखने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने युवा संगठन को बिहार के सासराम निवासी इस महिला को उसके घर भेजने का तत्काल प्रबंध करने का निर्देश दिया था।

लॉकडाउन के बीच भारतीय युवा कांग्रेस का सराहनीय कदम,राहुल और प्रियंका गांघी के निर्देश पर पति की मौत से शोकाकुल सुनीता का किया सहयोग,निजी वाहन से भेजा घर
Pic of Sasaram resident Sunita Devi During Lockdown In Delhi
लॉकडाउन के बीच भारतीय युवा कांग्रेस का सराहनीय कदम,राहुल और प्रियंका गांघी के निर्देश पर पति की मौत से शोकाकुल सुनीता का किया सहयोग,निजी वाहन से भेजा घर
लॉकडाउन के बीच भारतीय युवा कांग्रेस का सराहनीय कदम,राहुल और प्रियंका गांघी के निर्देश पर पति की मौत से शोकाकुल सुनीता का किया सहयोग,निजी वाहन से भेजा घर
लॉकडाउन के बीच भारतीय युवा कांग्रेस का सराहनीय कदम,राहुल और प्रियंका गांघी के निर्देश पर पति की मौत से शोकाकुल सुनीता का किया सहयोग,निजी वाहन से भेजा घर

देशव्यापी लॉकडाउन के बावजूद न तो कोरोना मरीजों का आंकड़ा कम हो रहा है और ना ही प्रवासी कामगारों के पलायन का सिलसिला थम रहा है। लॉकडाउन की वजह से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं सो अलग। इस दौरान किसी के पिता की मौत हो गई, तो किसी महिला का पति उसे इस दुनिया से हमेशा-हमेशा के लिए छोड़ कर चला गया।

अत्यंत दुखद और ह्रदयविदारक यह है कि वह महिला न तो अपने मृत पति का मुंह देख सकी और ना ही उसकी अंतिम यात्रा के समय उसे विदा कर सकी। हम बात कर रहे हैं बिहार में सासाराम जिला की रहने वाली सुनीता देवी की। सुनीता देवी दिल्ली में अपने रिश्तेदार के यहां आई थीं और लॉकडाउन की वहज से दिल्ली में ही फंस गईं और चार दिन पहले उनके पति की सासाराम में मौत हो गई।

सुनीता देवी को जब पति की मौत की खबर मिली तो वो घर जाने के लिए व्याकुल हो गईं। इधर-उधर भटकने लगीं। वह जद्दोजहद कर रही ही थीं तभी सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को उनके बारे में जानकारी मिली और फिर कांग्रेस के इन दोनों नेताओं के निर्देश पर कांग्रेस की युवा इकाई ने सुनीता देवी को घर भेजने का प्रबंध किया।

भारतीय युवा कांग्रेस के मुताबिक सुनीता देवी की दुख भरी दास्तां सुनने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पार्टी के युवा संगठन को यह निर्देश दिया कि सुनीता देवी का पता लगाएं और उनके घर भेजने का तत्काल प्रबंध किया जाए। प्रियंका गांधी ने सुनीता देवी से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी और उनके बेटे की पढ़ाई के खर्च को वहन करने का भरोसा भी दिया।

बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष मंजीत आनंद साहू ने इस बाबत बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने खबर का संज्ञान लिया और 24 घंटों में भारतीय युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुनीता देवी की खोज प्रारंभ की। शुरुआत में दिल्ली सरकार द्वारा दावा किया गया था कि सुनीता देवी को ट्रेन से भेजा जाएगा।

लेकिन जब सुनीता देवी को श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने खोज शुरू की,तो पता चला कि दिल्ली सरकार की ओर से उन्हें घर भेजने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। उन्हें शेल्टर होम में ही रखा गया है। उसके बाद श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में सुनीता देवी को भारतीय युवा कांग्रेस मुख्यालय लाया गया और फिर उनके सासाराम जाने का इंतजाम निजी वाहन से किया गया।

दरअसल, भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी अपनी पूरी टीम के साथ कामगारों, मजदूरों,श्रमिकों, महिलाओं छात्रों और युवाओं को राहत देने का काम लगातार कर रही हैं। बिहार युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष मंजीत आनंद साहू ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी जी का बिहार युवा कांग्रेस कि तरफ से आभार प्रकट किया है।