दिल्ली में हुआ भारत-पनामा के व्यवसायियों व निवेशकों का सम्मेलन, व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर दिया जोर

सम्मेलन का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यावसायिक, सांस्कृतिक समेत अन्य क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाना है। सम्मेलन में हस्तशिल्प, हथकरघा, सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और कृषि क्षेत्र से जुड़े व्यवसायियों ने हिस्सा लिया और न सिर्फ पनामा में व्यावसायीक-औद्योगिक असवर पर चर्चा की, बल्कि दोनों देशों के निवेशकों ने करोड़ों रुपये के निवेश पर मुहर भी लगाई।

दिल्ली में हुआ भारत-पनामा के व्यवसायियों व निवेशकों का सम्मेलन, व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर दिया जोर
Pic of Indo-Panama Buesiness Conference
दिल्ली में हुआ भारत-पनामा के व्यवसायियों व निवेशकों का सम्मेलन, व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर दिया जोर
दिल्ली में हुआ भारत-पनामा के व्यवसायियों व निवेशकों का सम्मेलन, व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर दिया जोर

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश में व्यापार और निवेश को बढ़ाने के लिए कई योजनाओं पर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री खुद विदेशों का दौरा कर,उद्योगपतियों के साथ बैठक कर व्यापार और निवेश को बढ़वा देने में कोई कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सरकार के इस नेक कार्य में अनेक गैरसरकारी संगठन भी साथ दे रहे हैं।

प्रवासी भारतीय भी इसमें कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते। लिहाजा,समय-समय पर वे कार्यक्रमों और सम्मेलनों का आयोजन कर निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में दिल्ली स्थित कन्स्टीट्यूशव कल्ब में सोमवार को व्यापार और निवेश सशक्तीकरण तथा प्रेस और मीडिया वार्तालाप सम्मेलन का आयोजन किया गया।

सम्मेलन का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यावसायिक, सांस्कृतिक समेत अन्य क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाना है। सम्मेलन में हस्तशिल्प, हथकरघा, सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और कृषि क्षेत्र से जुड़े व्यवसायियों ने हिस्सा लिया और न सिर्फ पनामा में व्यावसायीक-औद्योगिक असवर पर चर्चा की, बल्कि दोनों देशों के निवेशकों ने करोड़ों रुपये के निवेश पर मुहर भी लगाई।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और पनामा के इंडो लैटिन अमेरिका चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भारतीय निवेशकों, उद्योगपतियों, मुख्य कार्यकारी, संस्थापकों, सह-संस्थापकों, अध्यक्षों, व्यापार निदेशकों, व्यापार प्रमुखों और प्रमुख निर्णय निर्माताओं के साथ व्यापार का प्रस्ताव भी पारित किया। व्यावसायियों ने व्यापर और निवेश की संभावनाओं, भारत और पनामा के पारस्परिक सहयोग पर भी विचार-विमर्श किए।

सम्मेलन में पनामा के राजदूत रिचर्ड किल्ब्रोन, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, पनामा गणराज्य के जोस लबेंज,फिल्ब आयुक्त, संस्कृति मंत्री, पनामा के हरदीप सिंह बुलार, वाणिज्य और निवेश निदेशक, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय प्रभाकर शरण, उपाध्यक्ष, , उद्यमी, निवेशक और इंडो-लैटिन अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के पनामा के प्रशांत कुमार पंकज सम्मेलन में विशेष रूप से शामिल रहे।

भारत-पनामा के व्यावसायियों के इस सम्मेलन के सूत्रधार प्रभाकर शरण जी रहे,जो मूल रूप से बिहार के जिला मोतिहारी के रहने वाले हैं और पिछले 20 साल से पनामा में रह रहे हैं। ये वहां ये फ़िल्म जगत के नामी-गिरामी कलाकार हैं, 3 विश्वविधालय के कुलाधिपति हैं और कई अन्य क्षेत्रों के प्रमुख व्यवसायी भी हैं। प्रभाकर शरण ने पनामा और भारत में व्यापार, निवेश के अवसरों की खोज की और उन्होंने सभी उद्योगपति और निवेशकों को पनामा आने और आपसी व्यापार को बढ़ावा देने की अपील की है।

सम्मेलन के सफल आयोजन का श्रेय प्रशांत कुमार पंकज को भी जाता है, जिन्होंने कड़ी मेहनत और लग्न से दोनों देशों के व्यावसायियों और निवेशकों को एक छत के नीचे लाने का काम किया। प्रशांत बिहार प्रवासी सम्मेलन के कार्यकारी अध्यक्ष और देव भूमि डेवलपर प्रा. लिमिटेड निदेशक हैं। प्रशांत बिहार में 3 शिक्षण संस्थानों का संचालन भी करते हैं। इनका उद्देश्य युवाओं और महिलाओं के सपने को पूरा करने के लिए बिहार में अभिनव और अनुकूलित शैक्षिक मंच प्रदान करना है।