महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी की नहीं बनेगी सरकार,शरद पवार ने कहा-निभाएंगे विपक्ष की भूमिका,आज नहीं तो कल बीजेपी-शिवसेना साथ आएंगे!

शरद पवार ने कहा कि जनता ने कांग्रेस-एनसीपी को विपक्ष की भूमिका के लिए चुना और वो हम निभाएंगे। उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल बीजेपी और शिवसेना साथ आएंगे। वो मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और वो बनना भी नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संजय राउत के साथ राजनीतिक समीकरण पर कोई बात नहीं हुई है।

महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी की नहीं बनेगी सरकार,शरद पवार ने कहा-निभाएंगे विपक्ष की भूमिका,आज नहीं तो कल बीजेपी-शिवसेना साथ आएंगे!
Pic of NCP President Sharad Pawar
महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी की नहीं बनेगी सरकार,शरद पवार ने कहा-निभाएंगे विपक्ष की भूमिका,आज नहीं तो कल बीजेपी-शिवसेना साथ आएंगे!

महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी विपक्ष की भूमिका निभाएगी। कांग्रेस और एनसीपी सरकार नहीं बनाएगी और ना ही सरकार बनाने में किसी दल का साथ देगी। सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने यह साफ कर दिया है कि जनता ने उन्हें जिस भूमिका के लिए चुनाव है वो उसे निभाएंगे।

शरद पवार ने कहा कि जनता ने कांग्रेस-एनसीपी को विपक्ष की भूमिका के लिए चुना और वो हम निभाएंगे। उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल बीजेपी और शिवसेना साथ आएंगे। वो मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और वो बनना भी नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संजय राउत के साथ राजनीतिक समीकरण पर कोई बात नहीं हुई है।

शरद पवार ने कहा कि उनका जनादेश विपक्ष की भूमिका निभाना है। महाराष्ट्र के लोगों ने बीजेपी और शिवसेना को जनादेश दिया है, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द सरकार बनानी चाहिए। शरद पवार ने यह भी कहा कि सरकार गठन के लिए बचे अंतिम दो दिनों में क्या होगा, यह कोई नहीं जानता है। पवार ने ऐसा कहकर और सस्पेंस बढ़ा दिया है। कांग्रेस नेता अहमद पटेल के नितिन गडकरी से मुलाकात पर एनसीपी प्रमुख ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि अहमद पटेल नितिन गडकरी से सड़क संबंधी किसी काम के लिए मिले होंगे।

बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी खींचतान के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को भी शरद पवार से मुलाकात की। राउत ने मुलाकात के बाद कहा, ''यह एक शिष्टाचार भेंट थी।  राज्यसभा सदस्य राउत ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी ढाई-ढाई वर्ष के लिए मुख्यमंत्री पद साझा करने सहित सत्ता के बंटवारे को लेकर बीजेपी से लिखित आश्वासन चाहती थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर चुनाव से पहले ही सहमति हो गई थी।