कांग्रेस समीक्षा बैठक : ठोको ताली ने कांग्रेस को ठोक दिया : सुखजिंदर सिंह रंधावा
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के कारण तलाशने के लिये मंगलवार को पार्टी प्रभारी हरीश चौधरी मालवा के उम्मीदवारों से बातचीत कर हार के कारणों को लेकर मंथन में जुटे। मालवा जोन एक -दो की बैठक मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर दोपहर शुरू हुई जिसमें पार्टी प्रधान के तौर पर नवजोत सिद्धू तथा चरनजीत सिंह चन्नी भी मौजूद रहे। समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सिद्धू पर बड़ा हमला किया। कहा कि ठोके ताली ने कांग्रेस को ही ठोक दिया।
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के कारण तलाशने के लिये मंगलवार को पार्टी प्रभारी हरीश चौधरी मालवा के उम्मीदवारों से बातचीत कर हार के कारणों को लेकर मंथन में जुटे। मालवा जोन एक -दो की बैठक मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर दोपहर शुरू हुई जिसमें पार्टी प्रधान के तौर पर नवजोत सिद्धू तथा चरनजीत सिंह चन्नी भी मौजूद रहे। समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सिद्धू पर बड़ा हमला किया। कहा कि ठोके ताली ने कांग्रेस को ही ठोक दिया।
मंगलवार के दिन पंजाब कांग्रेस ने हार के कारणों को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस के सभी नेताओं ने एक सुर में हार का ठीकरा प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, सुनील जाखड़, नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी के सिर पर फोड़ा। सभी ने कहा कि इन लोगों की गैरजरूरी बयानबाजी ने कांग्रेस का यह हाल कर दिया है।
हरीश चौधरी ने टिकटों को बेचाः नाराज कांग्रेसी:
हालांकि इससे पहले कांग्रेस के उम्मीदवारों को अनुमान था कि बैठक में वे अपनी बात खुलकर रखेंगे और सिद्धू-चन्नी इसमें भाग न लें। ज्यादातर हारे उम्मीदवार अब खुलकर कह रहे हैं कि हार के लिये कोई और नहीं अपने ही जिम्मेदार हैं। नवजोत सिंह सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी और सुनील जाखड़ की बयानबाजी ने पानी फेर दिया जिसके कारण अब कांग्रेस को अपना वजूद बचाना भारी पड़ रहा है। कुछ नेता तो इस फजीहत के लिये पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी और इससे पहले के प्रभारी हरीश रावत पर आरोप लगा रहे हैं कि चौधरी ने कांग्रेस की टिकटें बेचीं। उन्होंने चंडीगढ़ रहते हुए पार्टी की चिंता किये बगैर अपनी चिंता की और आलाकमान को अंधेरे में रखा।
हार के लिए मैं जिम्मेदारः हरीश चौधरी:
हरीश चौधरी ने बैठक शुरू होने से पहले कहा कि वह हार के लिये जिम्मेदार हैं तथा मालवा क्षेत्र के उम्मीदवारों की वन टू वन बैठक में बातचीत कर हार के कारणों का पता लगाया जायेगा। कहा, मैं व्यक्तिगत तौर पर हर उम्मीदवार से बात करूंगा। प्रभारी होने के नाते हार की जिम्मेदारी भी मेरी है। प्रदेश में कांग्रेस की हार से हर उम्मीदवार के चेहरे पर निराशा और अविश्वास साफ दिखाई दिया। उनके मन में पार्टी आलाकमान के प्रति भी उतनी ही नाराजगी है, जितनी प्रदेश नेतृत्व के प्रति है।
ठोको ताली ने कांग्रेस को ठोक दियाः रंधावा:
पार्टी के सांसद भी हार के लिये सिद्धू और चन्नी को दोषी ठहरा रहे हैं। बड़ी मुश्किल से अपनी सीट बचाकर लाए सुखजिंदर रंधावा ने तो इतना तक कह दिया कि ठोको ताली (सिद्धू) ने कांग्रेस को ठोक दिया। उन्होंने हार के लिये पार्टी की हत्या कराने का इल्जाम तक सिद्धू पर मंढ दिया। दूसरे मंत्री राजिंदर तृप्त बाजवा ने कहा कि सिद्धू न तो किसी के साथ चलने को तैयार न किसी की बात मानने और सही मायने में उन पर किसी का नियंत्रण ही नहीं है।
बैठक में सभी ने निकाली अपनी भड़ास:
समीक्षा बैठक में सभी के मन में सुनील जाखड़, नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी के प्रति भड़ास निकालने की होड़ दिखी। सांसद रवनीत बिट्टू से लेकर अमृतसर के सांसद औजला तक सभी ने सिद्धू और चन्नी को दोषी ठहराया। जाखड़ ने तो बैठक में ही विधायक दल का नेता वोट के जरिये चुनने की मांग तक कर डाली और किसी बाहरी व्यक्ति को प्रधानगी सौंपने के बजाय पार्टी में से विश्वसनीय और भरोसेमंद चेहरे को चुनने का आग्रह किया।
जाखड़ ने बैठक में कहा कि अब समय आ गया है कि तीस साल तक राज्यसभा में बैठने वाले नेताओं को सोनिया गांधी और राहुल गांधी को गुमराह करने के बजाय सही बात से वाकिफ कराया जाए। चापलूसी ने कांग्रेस को इस हालत में ला खड़ा किया है। कांग्रेस की संस्कृति समझने वालों को पार्टी प्रधान बनाया जाये। अब अतीत पर माथा पच्ची करने के बजाय कांग्रेस को आगे की ओर देख सही फैसले लेने चाहिए। गौरतलब है कि कांग्रेस पांचों राज्यों में बुरी तरह हारी तथा उत्तर प्रदेश में तो केवल दो ही सीट ही जीत सकी। पंजाब में आम आदमी पार्टी और शेष चार राज्यों में भाजपा की जीत हुई।
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