फतेहपुर रेप पीड़िता ने तोड़ा दम,कानपुर मेडिकल कॉलेज में ली अंतम सांस,दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने जला दिया था जिंदा,90 फीसदी जली अवस्था में कराया गया था अस्पलात में भर्ती
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के बाद अब फतेहपुर की रेप पीड़िता की भी कानपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। रेप के आरोपियों ने युवती को जिंदा जला दिया था,गंभीर हालत में उसे कानपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था।
केंद्र और राज्य सरकारों की लाख कोशिशों और सख्त कानून के बावजूद देश में दुष्कर्म के मामले थम नहीं रहे हैं। कभी हैदराबाद, कभी उन्नाव,तो कभी फतेहपुर में लड़कियां दरिंदगी का शिकार हो रही है। हैवानियत की हद तो तब हो जाती है, जब आरोपियों द्वारा पीड़िताओं को मार डाला जाता है। उनकी हत्या कर दी जाती है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के बाद अब फतेहपुर की रेप पीड़िता की भी कानपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। रेप के आरोपियों ने युवती को जिंदा जला दिया था,गंभीर हालत में उसे कानपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में इलाज ते दौरान दो दिन पहले हालत बिगड़ने की वजह वो कोमा में चली गई थी और गुरुवार तड़के उसकी मौत हो गई।
पीड़िता का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िया के संक्रमण को रोक पाना सम्भव नहीं हो पाया। भर्ती होने के बाद से ही उसका ब्लड प्रेशर और नब्ज़ गिर रही थी। जीवनरक्षक वेंटिलेटर पर उसे रखना पड़ा था। बुधवार को मिली कल्चर रिपोर्ट निराशाजनक रही। कोई एंटीबायोटिक असर नहीं कर रही थी। शरीर में सूजन से सांस की नालियां सिकुड़ चुकी थी। फेफडे में संक्रमण बढ़ने से उसे बचा पाना मुश्किल हुआ है।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार की रात फतेहपुर के हुसेनगंज इलाके के एक गांव में पड़ोस में रहने वाले चाचा ने किशोरी के साथ दरिंदगी की। शनिवार सुबह परिजन उसे लेकर थाने जाने लगे तो आरोपित ने मिट्टी का तेल डालकर पीड़िता को जिंदा जलाने की कोशिश की। 90 फीसदी झुलसी किशोरी को आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से उसे गंभीर हालत में कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया गया था।
आपको बताते चलें कि वारदात के दिन युवती घर पर अकेली थी। परिवार के लोग खेत में काम करने गए थे। तभी पड़ोसी युवक उसके घर पहुंचा और दरिंदगी की। पीड़िता के दिए बयान के अनुसार दुष्कर्म के बाद उसने परिजनों को बताने की बात कही। इस पर आरोपित उसे खींचता हुआ कमरे में ले गया और वहां रखे मिट्टी के तेल का गैलन उस उड़ेलकर आग लगा दी और वह मौके से फरार हो गया। स्थानीय पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस तरह की वारदातों पर लगाम कैसे लगाया जाए? बेटियों को आखिर कैसे बचाया जाए?
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