आखिरकार पुलिस की पकड़ में आया बलात्कार का आरोपी स्वामी चिन्मयानंद, कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेजा

बलात्कार के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद को पुलिस और एसआईटी ने उसके ही मुमुक्ष आश्रम से गिरफ्तार किया और फिर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया। चिन्मयानंद पर उसके ही कॉलेज की छात्रा और उसके पिता द्वारा यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म के मामले दर्ज कराए गए हैं।

आखिरकार पुलिस की पकड़ में आया बलात्कार का आरोपी स्वामी चिन्मयानंद, कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेजा
Pic of Rape Accused Swami Chinmayanand In Police Custody
आखिरकार पुलिस की पकड़ में आया बलात्कार का आरोपी स्वामी चिन्मयानंद, कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेजा

उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर पुलिस ने आखिरकार भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। बलात्कार के आरोपी चिन्मयानंद को पुलिस और एसआईटी ने उसके ही मुमुक्ष आश्रम से गिरफ्तार किया और फिर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया। चिन्मयानंद पर उसके ही कॉलेज की छात्रा और उसके पिता द्वारा यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म के मामले दर्ज कराए गए हैं।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महनिदेशक ओपी सिंह ने इस बावत बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एसआईटी टीम गठित की गई, जिसके बाद जांच कर चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि केस में कोई देरी नहीं की जा रही है।

गौरतलब है कि कई दिन से एसआईटी की जांच पर सवालिया निशान लगाए जाने लगे थे। वजह थी तमाम गवाह सबूतों की मौजूदगी के बाद भी आरोपी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी न होना। दो दिन पहले ही पीड़िता ने भी अदालत में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए थे। तभी आशंकाएं प्रबल होने लगी थीं कि चिन्मयानंद की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है।

उधर पीड़िता के अदालत में बयान दर्ज कराते ही आरोपी चिन्मयानंद कथित बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती हो गया था। दूसरी ओर स्वामी को गिरफ्तार न किए जाने से नाराज पीड़ित छात्रा ने कुछ घंटे पहले ही धमकी दी थी कि अगर आरोपी अब भी गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वो आत्महत्या कर लेगी।

आपको बताते चलें कि स्वामी चिन्मयानंद पर उसके ही कॉलेज में पढ़ने वाली कानून की एक छात्रा ने दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की दो सदस्यीय विशेष पीठ गठित करवा कर पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया था। स्वामी को गिरफ्तार करने वाली एसआईटी टीम का नेतृत्व उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिरीक्षक नवीन अरोरा कर रहे हैं।