'हरिद्वार कुंभ बन सकता है कोरोना का सुपर स्प्रेडर...', समीक्षा बैठक में अधिकारी ने दी पहले खत्म करने की सलाह

इस वर्ष कुंभ मेले के दौरान 12, 14 और 27 अप्रैल को तीन शाही स्नान होंगी। कुंभ भारत में चार अलग-अलग स्थानों - नासिक, हरिद्वार, प्रयागराज और उज्जैन में चार वर्षों में आयोजित किया जाता है। सामान्य परिस्थितियों में, कुंभ लगभग चार महीनों तक जारी रहता है, लेकिन इस साल COVID-19 महामारी के कारण इसी अवधि को एक महीने के लिए रोक दिया गया है।

'हरिद्वार कुंभ बन सकता है कोरोना का सुपर स्प्रेडर...', समीक्षा बैठक में अधिकारी ने दी पहले खत्म करने की सलाह

केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को देश में COVID-19 की स्थिति पर एक सचिव-स्तरीय बैठक के दौरान आशंका व्यक्त की है कि कुंभ एक "सुपर स्प्रेडर" बन सकता है। सरकार में एक शीर्ष स्रोत के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी है। सूत्र ने कहा कि सरकार कुंभ को लेकर चिंतित है और सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक में इस पर चर्चा की।

उच्च-स्तरीय बैठक में शामिल एक सदस्य ने कहा, "अगर सरकार निर्धारित समय से पहले कुंभ को समाप्त करने का निर्णय नहीं लेती है, तो यह COVID-19 'सुपर स्प्रेडर' बन सकता है।" 

साधुओं और धार्मिक नेताओं की मदद से जागरुकता फैलाने पर विचार
सूत्र ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "सरकार एक टीम का गठन कर रही है, जो साधुओं और धार्मिक नेताओं की मदद से कुंभ जा रहे तीर्थयात्रियों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए अपील करेगी।" सूत्र ने कहा, "साथ ही, सरकार ने यह भी सुझाव दिया कि टीवी और रेडियो के माध्यम से एक संदेश दिया जाना चाहिए। साथ ही  सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर लगाए जाने चाहिए ताकि लोगों के बीच जागरूकता फैल सके कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।"

आपको बता दें कि केंद्र सरकार समय से पहले कुंभ को समाप्त करने पर विचार नहीं कर रहा है। सरकार ने संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए अधिकारियों से विचार भी पूछे हैं। सूत्रों ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए "स्वस्थ भय के लिए मिशन" चलाने की योजना बना रही है ताकि लोगों में बीमारी का भय बना रहे। वे स्वास्थ्य मानदंडों को ठुकराने के लिए हतोत्साहित महसूस करें।

उत्तराखंड सरकार ने जारी किए हैं कई गाइडलाइन्स
उत्तराखंड सरकार ने पहले ही दिशानिर्देशों का एक सेट जारी किया है। इसके तहत लोगों को COVID-19 मानदंडों का सख्ती से पालन करना होगा। कुंभ मेला में आने से पहले यात्रियों को 72 घंटे पहले का आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा, जो कि निगेटिव हो। केंद्र सरकार ने पहले ही उत्तराखंड सरकार को कुंभ के दौरान घातक वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए सभी कड़े उपायों का पालन करने का निर्देश दिया है।

इस वर्ष कुंभ मेले के दौरान 12, 14 और 27 अप्रैल को तीन शाही स्नान होंगी। कुंभ भारत में चार अलग-अलग स्थानों - नासिक, हरिद्वार, प्रयागराज और उज्जैन में चार वर्षों में आयोजित किया जाता है। सामान्य परिस्थितियों में, कुंभ लगभग चार महीनों तक जारी रहता है, लेकिन इस साल COVID-19 महामारी के कारण इसी अवधि को एक महीने के लिए रोक दिया गया है।