मिसाइलों के साथ लद्दाख में गरजे राफेल लड़ाकू विमान, पहली बार सामने आईं ऐसी तस्वीरें

भारत में राफेल की पूरी खेप पहुंच जाएगी, जिसके तहत हमें 36 राफेल विमान मिलेंगे। राफेल का एक स्क्वॉड्रन अंबाला में रहेगा, और एक हसीमाड़ा एयरबेस पर। राफेल में तीन तरह की मिसाइलें होंगी। पहली, हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल। दूसरी, हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प मिसाइल और तीसरी है हैमर मिसाइल।

मिसाइलों के साथ लद्दाख में गरजे राफेल लड़ाकू विमान, पहली बार सामने आईं ऐसी तस्वीरें

भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को पहली बार मिसाइलों से लैस होकर आसमान में गरजते राफेल लड़ाकू विमानों की तस्वीरें जारी की हैं। हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए राफेल विमान हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को लेकर लद्दाख के आसमानों में उड़े। पिछले साल सितंबर में ही राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल गया गया है।

भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों का सौदा किया था, जिनमें से कई भारत आ चुके हैं। पहले राफेल विमान को भारतीय वायुसेना में शामिल किए जाने के समय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था, ''राफेल विमानों को शामिल किया जाना पूरी दुनिया को बड़ा और कड़ा संदेश है, खासकर उनके लिए जो हमारी संप्रभुता पर नजर रखते हैं। जिस तरह का माहौल सीमा पर बनाया गया है उसमें यह और भी अहम है।''

फिलहाल साल 2021 के आखिर तक भारत में राफेल की पूरी खेप पहुंच जाएगी, जिसके तहत हमें 36 राफेल विमान मिलेंगे। राफेल का एक स्क्वॉड्रन अंबाला में रहेगा, और एक हसीमाड़ा एयरबेस पर। राफेल में तीन तरह की मिसाइलें होंगी। पहली, हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल। दूसरी, हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प मिसाइल और तीसरी है हैमर मिसाइल।