'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों पर दिया जोर, कहा- 'दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो’
'नमस्ते ट्रम्प' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ भारत-अमेरिका की दोस्ती पर जोर दिया,बल्कि उन्होंने मेलानिया और इवांका ट्रंप की भी तारीफ की। अपने 21 मिनट के भाषण में नरेंद्र मोदी कहा कि दो व्यक्ति हों या दो देशों के रिश्ते, उसका सबसे बड़ा आधार विश्वास होता है। दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में आयोजित कार्यक्रम 'नमस्ते ट्रम्प' को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया। यहां मौजूद 1.25 लाख लोगों को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ भारत-अमेरिका की दोस्ती पर जोर दिया,बल्कि उन्होंने मेलानिया और इवांका ट्रंप की भी तारीफ की। अपने 21 मिनट के भाषण में नरेंद्र मोदी कहा कि दो व्यक्ति हों या दो देशों के रिश्ते, उसका सबसे बड़ा आधार विश्वास होता है। दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो।
प्रधानमंत्री ने कहा,‘मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ट्रंप की लीडरशिप में दोनों देशों के रिश्ते गहरे हुए हैं। यह एक नया अध्याय है,जो विकास और संप्रभुता को मजबूत करेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने जो किया है,दुनिया उसे अच्छे से जानती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि फर्स्ट लेडी मेलानिया आप समाज में बच्चों के लिए जो कर रही हैं, वो प्रशंसनीय है।’
प्रधानमंत्री ने कहा,‘इवांका दो साल पहले भारत आई थीं। तब आपने कहा था कि मैं दोबारा आना चाहूंगी। मुझे खुशी है कि आज भारत में हैं। जेरेट आप लाइम लाइट से दूर रहते हैं,लेकिन जो करते हैं उसका दूरगामी परिणाम होता है।’
प्रधानमंत्री ने कहा,‘मैंने ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम से अमेरिका यात्रा की शुरुआत की थी। आज ट्रंप ‘नमस्ते ट्रम्प’ से अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। गुजरात की धरती में आपका स्वागत है। ये दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। एयरपोर्ट से स्टेडियम तक भारत की विविधता ही दिखी। ट्रंप परिवार का यहां आना दोनों देशों के लिए घनिष्टता की मिठास दे रहा है।’
नरेंद्र मोदी ने कहा,‘इस कार्यक्रम के नाम में ‘नमस्ते’ का मतलब भी बहुत गहरा है। ये दुनिया की प्राचीनतम भाषा में से एक संस्कृत का शब्द है। इसका मतलब है कि हम किसी व्यक्ति के भीतर मौजूद आत्मसम्मान को नमन करते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप आप उस भूमि पर है, जहां 5 हजार साल पुरानी प्लांड सिटी धौलावीरा और लोथल पोर्ट रहा है। आज आप विविधता से भरे भारत में हैं। भारत और अमेरिका के बीच विविधता मजबूत रिश्ते का आधार है। एक को स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का गौरव है,तो दूसरे को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटि का गर्व है।’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘राष्ट्रपति, आपने अभी जो भारत के बारे में कहा। महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और सरदार पटेल को याद किया। मेरे बारे में भी बहुत कुछ कहा। मैं भारतीयों की तरफ से आपका आभार व्यक्त करता हूं। ट्रंप ने न सिर्फ भारत का गौरव बढ़ाया, बल्कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का भी सम्मान बढ़ाया है।’
पीएम मोदी ने कहा,‘यह स्टेडियम दुनिया में सबसे बड़ा है। यहां कुछ सुविधाएं निर्माण के दौर में हैं। फिर भी आपके यहां आने से खेल जगत से जुड़े हर व्यक्ति को प्रोत्साहन मिला। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने यह जगह उपलब्ध कराई। दो व्यक्ति हों या दो देशों के संबंध, उसका सबसे बड़ा आधार होता है, विश्वास। दोस्ती वहीं होती हैं, जहां विश्वास अडिग हो।’
भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा,‘अमेरिका की अपनी यात्राओं में मैंने इस विश्वास को दिनों-दिन मजबूत होते दिखा है। जब मैं ट्रंप से पहली बार मिला था, तब ट्रंप ने कहा था कि व्हाइट हाउस के लिए भारत एक सच्चा दोस्त है। जब व्हाइट हाउस में दीवाली मनाई जाती है तो अमेरिका में रहने वाले 40 लाख भारतीय भी अमेरिका की प्रगति में सहयात्री होने पर गर्व महसूस करते हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा,‘आज 130 करोड़ भारतवासी न्यू इंडिया का निर्माण कर रहे हैं। हमारी युवा शक्ति आकांक्षों से भरी हुई है। आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम ही नहीं है,आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेन्स स्कीम भी चला रहा है। यहां दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क ही नहीं, दुनिया का सबसे बड़ा सेनिटेशन प्रोग्राम भी चल रहा है।’
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