भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर पर हुआ समझौता,9 नवंबर को होगा उद्घाटन,5 नवंबर को जाएगा श्रद्धालुओं का पहला जत्था

भारत और पाकिस्तान के बीच सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल करतारपुर कॉरिडोर को लेकर समझौता हो गया है। दोनों देशों के अधिकारी जीरो प्वाइंट पर पहुंचे और वहां समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस कॉरिडोर का 9 नवंबर को पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान और भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे।

भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर पर हुआ समझौता,9 नवंबर को होगा उद्घाटन,5 नवंबर को जाएगा श्रद्धालुओं का पहला जत्था
Pic of India-Pakistan Delegates Signed Kartarpur Corridor Agreement
भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर पर हुआ समझौता,9 नवंबर को होगा उद्घाटन,5 नवंबर को जाएगा श्रद्धालुओं का पहला जत्था

भारत और पाकिस्तान के बीच सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल करतारपुर कॉरिडोर को लेकर समझौता हो गया है। दोनों देशों के अधिकारी जीरो प्वाइंट पर पहुंचे और वहां समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस कॉरिडोर का 9 नवंबर को पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान और भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे। करतारपुर कॉरिडोर को लेकर दोनों देशों के बीच बुधवार को समझौते की घोषणा की जानी थी, लेकिन दोनों पक्षों के बीच तारीख पर सहमति नहीं बन पाई थी।

भारत को अभी भी श्रद्धालुओं से 20 डॉलर लेने के मसौदे पर असहमति है। भारत के विरोध के बावजूद कॉरिडोर के इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान की ओर से तीर्थयात्रियों से शुल्क लेने की बात कही जा रही है। बावजूद इसके भारत की ओर से तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 5 नवंबर और दूसरा जत्था 6 नवंबर को करतारपुर साहिब के लिए रवाना होगा।

आपको बताते चलें कि करतारपुर कॉरिडोर सिखों के लिए सबसे पवित्र जगहों में से एक है। करतारपुर साहिब सिखों के प्रथम गुरु, गुरुनानक देव जी का निवास स्थाकन था। गुरु नानक देव जी ने अपनी जिंदगी के आखिरी 17 साल 5 महीने 9 दिन यहीं गुजारे थे। उनका सारा परिवार यहीं आकर बस गया था। उनके माता-पिता और उनका देहांत भी यहीं पर हुआ था। इस लिहाज से यह पवित्र स्थल सिखों के मन से जुड़ा धार्मिक स्थान है।