झारखंड विधानसभा चुनाव: बीजेपी की राह आसान नहीं! AJSU हुआ अलग,JDU और LNJP ने भी BJP के खिलाफ उतारे उम्मीदवार

लोक जनशक्ति पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। पार्टी 81 में से 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। एलएनजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने इसकी विधिवत घोषणा कर दी है। चिराग ने कहा बताया कि प्रत्याशियों की पहली सूची जल्द ही जारी की जाएगी।

झारखंड विधानसभा चुनाव: बीजेपी की राह आसान नहीं! AJSU हुआ अलग,JDU और LNJP ने भी BJP के खिलाफ उतारे उम्मीदवार
GFX of Jharkhand Assembly Election-2019
झारखंड विधानसभा चुनाव: बीजेपी की राह आसान नहीं! AJSU हुआ अलग,JDU और LNJP ने भी BJP के खिलाफ उतारे उम्मीदवार
झारखंड विधानसभा चुनाव: बीजेपी की राह आसान नहीं! AJSU हुआ अलग,JDU और LNJP ने भी BJP के खिलाफ उतारे उम्मीदवार

झारखंड विधानसभा चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी एनडीए की राह आसान होती नहीं दिख रही है। पहले ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियान यानी आजसू का भारतीय जनता पार्टी से अलग चुनाव लड़ना और अब लोक जनशक्ति पार्टी यानी एलएनजेपी का बीजेपी से अलग चुनाव लड़ले के ऐलान ने एनडीए की राह मुश्किल कर दी है।

लोक जनशक्ति पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। पार्टी 81 में से 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। एलएनजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने इसकी विधिवत घोषणा कर दी है। चिराग ने कहा बताया कि प्रत्याशियों की पहली सूची जल्द ही जारी की जाएगी।

लोक जनशक्ति पार्टी ने इससे पहले बीजेपी से संपर्क किया और झारखंड विधानसभा चुनाव में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने की पेशकश की। एलएनजेपी ने बीजेपी से संथाल परगना के जरमुंडी विधानसभा समेत 6 सीटों की मांग की थी, पर बीजेपी की ओर से इन सीटों पर अपना प्रत्याशी उतार दिया गया। इसके बाद एलएनजेपी ने यह मन बना लिया  कि वह अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी और आखिरकार चिराग पासवान ने इसकी अधिकारिक घोषणा भी कर दी है।

लोक जनशक्ति पार्टी ने 2005 में 38 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन एक भी प्रत्याशी नहीं जीत पाया।  2009 के चुनाव में एलएनजेपी ने झारखंड में 10 सीट और 2014 में एनडीए गठबंधन के तहत एक सीट पर चुनाव लड़ा था। 2009 और 2014 में एक भी सीट पर एलएनजेपी प्रत्याशियों को जीत हासिल नहीं हुई। 2014 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने आजसू और एलएनजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। राज्य 81 सीटों में से 72 सीटों पर बीजेपी, 8 पर आजसू और शिकारीपाड़ा सीट पर एलएनजेपी ने उम्मीदवार उतारा। हालांकि इस सीट पर एलएनजेपी प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहा था।

गौरतलब है कि झारखंड में सरकार का हिस्सा सुदेश महतो की पार्टी आजसू ने भी कुछ सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं। इसमें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा की सीट चक्रधरपुर भी शामिल है। आजसू की 12 प्रत्याशियों की पहली सूची में चंदनकियारी और लोहरदगा के साथ 4 सीटें हैं, जिनपर बीजेपी पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।

आपको बताते चलें कि बिहार में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड झारखंड में अलग चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने पहले चरण की 13 में से 8 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित भी कर दिए हैं। नीतीश 2009 में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ चुके हैं। 2014 के चुनाव के दौरान उनकी पार्टी यूपीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी। हालांकि, एनडीए में वापसी के बाद नीतीश कई बार यह कह चुके हैं कि बीजेपी से उनका गठबंधन सिर्फ बिहार में है। बाकी राज्यों में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।