महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राहत,21 मई को होगा विधान परिषद चुनाव, राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी के अनुरोध पर चुनाव आयोग का फैसला

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर मंडरा रहा खतरा अब खत्म होता दिख रहा है। प्रदेश के राज्यपाल भगर सिंह कोशियारी के अनुरोध पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य में विधान परिषद चुनाव कराने का फैसला ले लिया है। चुनाव आयोग की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है,जिसके मुताबिक राज्य की 9 सीटों पर अब 21 मई को चुनाव होगा।

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राहत,21 मई को होगा विधान परिषद चुनाव, राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी के अनुरोध पर चुनाव आयोग का फैसला
Pic Chief Minister of Maharashtra Uddhav Thackeray and Governor Bhagat Singh Koshiyari
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राहत,21 मई को होगा विधान परिषद चुनाव, राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी के अनुरोध पर चुनाव आयोग का फैसला

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर मंडरा रहा खतरा अब खत्म होता दिख रहा है। प्रदेश के राज्यपाल भगर सिंह कोशियारी के अनुरोध पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य में विधान परिषद चुनाव कराने का फैसला ले लिया है। चुनाव आयोग की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है,जिसके मुताबिक राज्य की 9 सीटों पर अब 21 मई को चुनाव होगा।

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया था कि जल्द से जल्द महाराष्ट्र विधान परिषद की 9 खाली सीटों पर चुनाव कराया जाए। राज्यपाल ने कहा था कि राज्य में मौजूदा संकट को खत्म को देखते हुए विधान परिषद की सीटों पर चुनाव का ऐलान हो, जो 24 अप्रैल से खाली हैं। अब आयोग ने चुनाव कराने का ऐलान कर दिया है।

दरअसल, उद्धव ठाकरे इस समय विधानसभा या विधान परिषद के सदस्य नहीं हैं। वह बिना चुनाव लड़े ही राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन संविधान के अनुच्छेद 164 (4) के मुताबिक यदि सदन से बाहर का कोई व्यक्ति मंत्री या मुख्यमंत्री बनता है तो शपथ ग्रहण से छह महीने के भीतर विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना अनिवार्य है।

आपको बताते चलें कि उद्धव ठाकरे को एमएलसी नामित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने कैबिनेट से दो बार प्रस्ताव पास कर भेजा था। इस पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी लंबे समय तक चुप थे, जिसके बाद उद्धव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन कर मदद की गुहार लगाई थी, जिसके बाद अब महाराष्ट्र में सियासी संकट खत्म होता दिख रहा है। उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और अभी वह विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। 
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